भारत का इतिहास (HISTORY OF INDIA)
भारत का इतिहास (HISTORY OF INDIA)
प्राचीन भारत
भारतीय इतिहास के स्रोत
- भारतीय इतिहास के विषय में जानकारी के चार प्रमुख स्रोत है -धर्मग्रन्थ ,ऐतिहासिक धर्मग्रन्थ,विदेशियों का विवरण एव पुरातत्व -संबधी साक्ष्य |
- चाणक्य द्वारा रचित 'अर्थशास्त्र ' नामक पुस्तक से मोर्येकालीन इतिहास की जानकारी मिलती है |
- कल्हण द्वारा रचित 'राजतरगिणी 'को ऐतिहासिक घटनाओं पर आधारित भारत की प्रथम पुस्तक कहा जाता है |इससे कश्मीर के इतिहास की जानकारी मिलती है |
- पाणिनी द्वारा रचित संस्कृत भाषा व्याकरण की प्रथम पुस्तक 'अष्टाध्यायी 'से प्राचीन भारतीय इतिहास से संबधित महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त होती है |
- विदेशी लेखकों में मेगस्थनीज ,टॉलमी ,फाहान ,हेन्सोंग ,इतिसंग ,अलबरूनी ,तारानाथ ,मार्कोपोलो ,इत्यादि की पुस्तके प्राचीन भारतीय इतिहास के विभिन्न कालों का के विवरण की महत्वपूर्ण स्रोत है
- मेगस्थनीज सेल्युकस निकेटर का राजदूत था , जो चन्द्रगुप्त के राजदरबार में आया था ,इसके द्वारा रचित पुस्तक 'इंडिका ' से मोर्येकालीन समाज एव संस्कृति के संबध में महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है
- टॉलमी ने 'भारत का भूगोल ' नामक पुस्तक लिखी |
- विक्रमादित्य के दरबार में आने वाले चीनी यात्री फाहान द्वारा लिखे गये विवरणों से गुप्तकालीन भारतीय समाज एवं संस्कृति की जानकारी मिलती है |
- हर्षवर्धन के शासनकाल में आने वाले चीनी यात्री हेनसाग द्वारा लिखे भ्रमणं व्रतान्त 'सि -यु -की 'से छटी सदी के भारतीय समाज ,धर्म तथा राजनीति के बारे में पता चलता है |
- इत्सिंग नामक चीनी यात्री सातवीं शताब्दी के अंत में भारत आया था ,इसने अपने विवरण में नालंदा विश्वविद्यालय ,विक्रमशिला विश्वविद्यालय तथा अपने समय के भारत का वर्णन किया है |
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