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शुक्रवार, 29 अप्रैल 2016

भारत का इतिहास (HISTORY OF INDIA) 3

भारत का इतिहास (HISTORY OF INDIA)

पाषाण काल 


  1. पाषाण काल को तीन भागों में बांटा गया है -पुरापाषाण काल ,मध्य्पाषाण काल ,तथा नवपाषाण काल |
  2. पुरापाषाण काल में मनुष्य की जीविका का मुख्य आधार शिकार था |इस काल को आखेटक तथा खाद्य -संग्राहक जाल भी कहा जाता है |
  3. लगभग 36,000ई.पु. में आधुनिक मानव पहली बार अस्तित्व में आया |आधुनिक मानव को 'होमो सेपियनस ' भी कहा जाता है |
  4. मानव द्वारा प्रथम पालतू पशु कुता था ,जिसे मध्य पाषाण काल में पालतू बनाया गया |
  5. आग की जानकारी मानव को पूरा पाषाण काल से ही  थी ,किन्तु इसका प्रयोग नवपाषण काल से प्रारंभ हुआ |
  6. नव पाषण काल से मानव ने क्रषि कार्य प्रारंभ किया ,जिससे उसमे स्थायी निवास की प्रव्रती विकसित हुई |
  7. भारत में पाषाण कालीन सभ्यता का अनुसंधान सर्वप्रथम रॉबर्ट बुर्स फुट ने 1863ई.में प्रारंभ किया |
  8. भारत में व्य्यस्थित क्रषि का पहला साक्ष्य मेहरगढ़ से प्राप्त हुआ है |
  9. बिहार के चिरांद नामक नवपाषाण कालीन स्थल से हड्डी के औजार मिले है |
  10. पाषण काल के तीनो चरणों का साक्ष्य बेलन घाटी इलाहाबाद से प्राप्त हुए है |
  11. औजारो में प्रयुक्त की जाने वाली पहली धातु तांबा थी तथा इस धातु का ज्ञान मनुष्य को सर्वप्रथम हुआ था |
  12. चावल की खेती का प्राचीनतम साक्ष्य कोलडी हवा (इलाहाबाद )से पाया गया है |
  13. पहिए का आविष्कार नवपाषाण में हुआ  |

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