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शनिवार, 30 अप्रैल 2016

अजब कानुन की गजब जानकारी AJAB GAJB

अजब कानुन की गजब जानकारी 

1. अर्केंसस की राजधानी लिटिल रॉक में शाम छह बजे के बाद कुत्ते भौंक नहीं सकते। अगर कुत्ते भौंके तो मालिक को जेल हो सकती है।

2. वाशिंगटन के बेलिंगघम में किसी महिला द्वारा नाचते समय तीन कदम पीछे लेना गैर कानूनी है।

3. इटली के कैपरी में शोर करने वाले जूते और चप्पल बैन हैं।

4. सिंगापुर में Chewing gum चबाना बैन है।

5. क्या आपको पता है कि उथाह में हर किसी को कजिन से शादी कर लेने की आजादी है लेकिन 65 साल की उम्र के बाद। माना जाता है कि उस उम्र में आपका फैसला गलत तो नहीं होगा।

6. क्या आपको पता है कि अगर स्पेन में स्लिपर पहन कार वाहन चलाते हैं तो इसके लिए आपको गिरफ्तार भी किया जा सकता है।

7. सन फ्रांसिस्को में सड़क किनारे घोड़े के खाद का 6 फीट ऊंचा ढेर लगाना गैरकानूनी है।

8. टेक्सास के देवोन में अर्धनग्न होकर फर्नीचर बनाना कानून के खिलाफ है।

9. Birmingham, Alabama के चर्च में रात को कोई “सेक्स” नहीं कर सकता।

10. वेस्ट वर्जीनिया में ट्रेन में सफर के दौरान झपकी लेना गैरकानूनी है।

11. मिशिगन में कोई भी व्यक्ति बच्चों और महिलाओं के सामने शपथ नहीं ले सकता है।

12. Bolivia में शादी शुदा औरतों को एक ग्लास से ज़्यादा वाइन पीने की इजाज़त नहीं दी जाती।

13. मिस्र में एक अजीबों-गरीब कानून है। इस कानून के मुताबिक अगर कोई पति अपने पत्नी को किसी गैर मर्द के साथ देखता है और गुस्से में आकर उसकी हत्या कर देता है तो उस हत्या को उतना बड़ा अपराध नहीं माना जाता।

14. कोलंबिया में दुल्हन की माँ के सामने “सुहागरात” मनाई जाती है।

15. माल्टा और लेबनान जैसे देशों में महिलाओं के खिलाफ अजीबों-गरीब कानून है। इस कानून के मुताबिक अगर लड़की को अगवा करने उससे शादी कर लेता है तो उसका अपराध खारिज हो जाता है। हलांकि कि इस तरह की शादी में शर्त ये होती है कि 5 साल से पहले तलाक नहीं ली जा सकती है।

16. कंसास में नंगे हाथों किसी मछली को पकड़ना मना है।

17. दक्षिण कैरोलीना में रविवार के दिन अदालत भवन के बाहर महिलाओं को मारना गैरकानूनी नहीं है।

18. फ्लोरिडा में गुरुवार के दिन 6 बजे के बाद सार्वजनिक जगहों पर पादना गैरकानूनी है।

19. वाशिंगटन में रविवार को रजाई गद्दे नहीं खरीदे जा सकते हैं।

20. अमेरिकी प्रांत मिसूरी में लोगों को शेविंग करने से पहले परमिट लेना जरुरी है।

21. लॉस एंजिल्स में अगर वेटर कस्टमर से कहता है कि “मैं एक एक्टर हूं”, तो ये गैरकानूनी है।

22. पुर्तगाल में समुद्र में पिशाब करना गैरकानूनी कृत्य है।

23. लोआ में चुंबने लेने के पांच मिनट बाद आप कानून तोड़ने की श्रेणी में आते हैं।

24. कुछ देश ऐसे भी हैं, जहां महिलाएं किसी खेल प्रतियोगिता में शामिल नहीं हो सकतीं। खासकर तैराकी की तो सख्‍त मनाही है।

25. सन सल्वाडोर में नशे में धुत होकर गाड़ी चलाने वाले शख्स को आग से झुलसाकर मारने का प्रावधान है।

26. नॉर्थ कैरोलीना मरे लोगों के सामने कसम लेना गैरकानूनी कृत्य है।

27. थाईलैंड में बगैर “अंडरवियर” पहने घर से बाहर निकलना गैरकानूनी कृत्य है।

28. जर्मनी के राजमार्ग पर गाड़ी रोकना गैरकानूनी है।

29. फ्लोरिडा में रविवार के दिन अविवाहित महिलाओं का पैराशूट पर उड़ना गैरकानूनी है। इसके लिए उन्हें जेल भी हो सकती है।

30. अमेरिकी प्रांत लुइसियाना में शाम ढलने के बाद छिपकली पकड़ना गैरकानूनी है।

31. मियामी में किसी जानवर की नकल करना कानूनन अपराध है।

32. जॉर्जिया के अटलांटा में जिराफ को टेलीफोन या बिजली के खंभे में बांधना कानूनन जुर्म माना जाता है।

33. वर्जिनिया में बिना जूते पहने कार चलाना अपराध माना जाता है।

34. कुछ देशों में महिलाएं फैशन मैगजीन नहीं पढ़ सकती हैं।

35. कई देश तो ऐसे है जहाँ महिला बार्बी डाॅल भी नही खरीद सकती।

36. पेन्सिलवेनिया में पुरुष अपनी पत्नी की लिखित सहमति के बगैर “एल्कोहल” नहीं खरीद सकते हैं।

37. यमन में महिलाओं की गवाही आधी मानी जाती है जब तक उन्हें किसी पुरुष का समर्थन न हो। उन्हें गंभीरता से नहीं लिया जाता।

38. वीडियो गेम खेलना यूनान में अपराध है। 2002 में सरकार ने गैम्बलिंग, इलेक्ट्रॉनिक गेमिंग मशीनों पर प्रतिबंध लगा दिया। वहां इंसान द्वारा बनाई गई मनोरंजन की इलेक्ट्रॉनिक चीजें नापसंद की जाती हैं।

39. टेक्सॉस में किसी दूसरे व्यक्ति की गाय का दूध निकालना गैरकानूनी है।

40. अमेरिका के 24 राज्यों में एक कानून के तहत औरत अपने पति को तलाक दे सकती है, अगर वो नामर्द है।

शुक्रवार, 29 अप्रैल 2016

भूगोल (Geography) 2

भूगोल (Geography)

सूर्य से संबधित विशिष्ट तथ्य 

प्रथ्वी से न्यूनतम दुरी - 14,95,98,900 किमी
प्रथ्वी से अधिकतम दुरी - 15.21 करोड़ किमी
प्रथ्वी से माध्य दुरी - 14.98 करोड़ किमी
सूर्य का व्यास - 13,91,980 किमी
आयतन - प्रथ्वी से 13 लाख गुना
द्रव्यमान - प्रथ्वी से 3,32,000 लाख गुना
तलीय गुरुत्व - प्रथ्वी से 28 गुना
केन्द्रीय घनत्व - 100 ग्राम प्रति धन सेमी
फोटोस्फेयर ताप - 5,760 डिग्री सेल्सियस
केंद्र का ताप - 1,50,00,000 सेल्सियस
सूर्य धब्बों का ताप - 40,000 जुल प्रति सेकेण्ड
ऊर्जा उत्सर्जन - 1026 जुल /सेकण्ड
केन्द्रीय दबाव - 100,00,00,000 एटमोस्फेयर
घूर्णन गति - 25.38(भूमध्य रेखा पर )
33 दिन (धुर्वो पर )
रासायनिक संघटन - हाइड्रोजन 71 %,हीलियम 26.5%,अन्य 2.5%
सूर्य से प्रथ्वी तक प्रकाशपहुचने   - 8 मिनट 16.6 सेकेण्ड
 सूर्य के प्रकाश जी चाल - 3*108 मी/सेकंड
सूर्य के प्रकाश द्वारा एक वर्ष में तय की दुरी -9.45*1015 किमी
 

राजस्थान सामान्य ज्ञान (RAJASTHAN G.K.)

राजस्थान सामान्य ज्ञान
(RAJASTHAN G.K.) 

प्रमुख राजस्थानी आभूषण (RAJASTHAN IMPORTANT )

शरीर के अंग                                                                                      आभूषण 
सिर व मस्तक - बोरला.शीशफूल,रखडी,टिकड़ा,फिणी,सांकली,तावित,मेमद,दामनी|
नाक - नथ,लौगं,कांटा,चूनी,चोप,बारी,लुंग |
कान - झुमका,बाली,सुरलिया,कर्णफूल,अगोट्या ,झेला ,जमेला,मुरकी,माकंडी,टोटी |
गला व छाती - हालरो ,हांसली ,चन्द्र्माला,कंठमाला,हाकर,चम्पाकली,कंठी,पंचलड़ी,मटरमाला,मोहनमाला,जालरो ,चन्दनहार,निबोरी,थमडिया,जुगावली,चोकी,कंठसर
बाजू व हाथ - बाजूबंद,फुंदना,अणत ,मौखडी ,चुडा,कड़ा,वटटा,तकमा,पूंचिया,कंगन ,गोखरू,
अंगुली - बिंटी,अंगूठी,छल्ला,दामणा,अरसी,हथपान
कमर - कन्दोरा,करघनी,तगड़ी,कणकती,
पैर - कड़ा,पायजेब,लंगर,नुपुर,झांझर,नेवरी,लच्छा,टोडा,टांका,आंवला
पैर की अंगुली - बिछिया,गोर,फोलरी,लछ्ने
दांत - रखन  

राजस्थान में शासन (Rajasthan me shasan)

राजस्थान में शासन (Rajasthan me shasan)

राजस्थान महत्वपूर्ण प्रशासनिक तथ्य (rajasthan important sarkari tthay)

संभाग ===7
जिले ===33
उपखड ===244
जिलापरिषद ===33
नगर निकाय (दिसंबर ,09 के अंत में )===182
तहसील ===275
नगर (2011 के )===297
पंचायत समितिया (दिसंबर ,2009 के अनुसार)===249
ग्राम पंचायत (31 मार्च 2010 )===9177
कुल गांव (2011 ke )===39753
विधानसभा सदस्य ===200
लोकसभा सदस्य ===25
सबसे बड़ा व सबसे छोटा संभाग क्रमशः (क्षेत्रफल )===जोधपुर ,भरतपुर
सर्वाधिक तहसीलों वाला जिला ===जयपुर (13 )
सर्वाधिक गांवो वाला जिला ===श्री गंगानगर (3014)
सबसे कम गांव वाला जिला ===सिरोही (462 )
राज्यसभा सदस्य ===10 

भूगोल (Geography)

भूगोल (Geography)

 विश्व का भूगोल 

भूगोल के लिए प्रयुक्त होने वाला अंग्रेज़ी शब्द 'geography' यूनानी भाषा के दो शब्दों से मिलकर बना है |geo=प्रथ्वी एवं Grapho=वर्णन , जिसका अर्थ 'प्रथ्वी का वर्णन 'है |
'भूगोल का जनक '(Father of Geography)इरैटोस्थनिज को माना जाता है |अतएव इन्हें 'भूगोल का पिता 'है |
हेकेटीयस ने अपनी पुस्तक 'पेरीडायस ' में पहली बार भौगोलिक तत्वों का क्रमबध्द समावेश किया था |
'लेबेनस्त्रोम्म' (एक भौगोलिक क्षेत्र जिसमे जीवो का विकास होता है )की विचारधारा को ferdrik रेटजेल  ने जन्म दिया |
भूगोल को 'मानव पारिस्थितिकी ' बताने वाले सर्वप्रथम विद्वान थे-सं . रा. अमेरिका के हार्लान बैरोज (1922)|
भौगोलिक अध्यन में सर्वप्रथम संकल्पना 'प्रथ्वी तल 'अथवा 'भूतल 'की होती है
वातावरणवाद की विचारधारा के प्रथम (प्रारंभकर्ता थे -हेरोडोटस(यूनान ,485से 425ई.पु.)
विश्व के मानचित्र के सर्वप्रथम निर्माणकर्ता थे -अनेग्जी मेंडर (युनान ,610ई.पु.)
प्रसिद्ध जर्मन भूगोलवेता अलेक्जेंडर वोन हम्बोल्ट को वर्तमान 'भूगोल का पिता ' माना जाता है |वे सर्वप्रथम भूगोलवेता थे ,जिन्होंने संसार के मानचित्र पर समताप रेखाओ को खिंचा था |
प्रथ्वी के आकार का वर्णन करने वाला सबसे उपयुक्त शब्द 'धराकारिय '(Geoid)है |

भारत का इतिहास (HISTORY OF INDIA)4

भारत का इतिहास (HISTORY OF INDIA)

प्राचीन भारत 


  • जिस काल में मनुष्य के द्वारा घटनाओं का कोई लिखित विवरण नहीं प्राप्त होता है उसे प्रागैतिहासिक काल  कहा जाता है |
  • आघ -ऐतिहासिक काल  उस काल को कहा जाता है जिसके लिखित साक्ष्य तो प्राप्त हुए है किन्तु उन्हें अभी तक पढ़ा नहीं जा सका है जैसे सिंधु घाटी सभ्यता |
  • मानव विकास के उस काल को ऐतिहासिक काल कहा जाता है , जिसका विवरण लिखित रूप में उपलब्ध है |
  •  मानव धरती पर प्लाइस्टोसीन के आरम्भ में पैदा हुआ तथा आधुनिक मानव को हम होमो सेपियन्स या प्रज्ञ मानव के नाम से जानते है |
  •  आग का आविष्कार पुरा-पाषाणकाल में हुआ |
  • चाक (पहिए )का आविष्कार नव-पाषाणकाल में हुआ था |
  •  मनुष्य में स्थायी निवास की प्रव्रती नव-पाषाणकाल में हुई |
  • मनुष्य  ने  सर्वप्रथम तांबा धातु का प्रयोग किया था |
  •  अलेक्जेंडर कनिघम को भारतीय पुरातत्व का पिता कहा जाता है | 
  •  रेडियो कार्बन C14 जैसी नवीन विशलेषण -पद्धति के द्वारा सिन्धु सभ्यता को सर्वमान्य तिथि 2350ई.पू. से 1750ई.पूर्व मानी गयी है इस सभ्यता की खोज 1921ई. में रायबहादुर दयाराम साहनी ने की थी 
  • सिन्धु सभ्यता या सैन्धवं  सभ्यता नगरीय सभ्यता थी |सैन्धवं सभ्यता से प्राप्त परिपक्व अवस्था में वाले स्थलों में केवल  6 को ही नगर की संज्ञा डी गयी है,ये है -मोहनजोदड़ो,हड़प्पा ,लोथल ,कालीबंगा ,एवं चन्हुदड़ो |
  •  सर्वप्रथम हडप्पा नामक स्थल से जानकारी मिलने के कारण इसे हडप्पा सभ्यता नाम दिया गया |
  •  मोहनजोदड़ो से प्राप्त व्रहत स्नानागार एक प्रमुख स्मारक है , जिसके मध्य स्थित स्नानकुंड 11.18 मीटर लम्बा ,7.01मीटर चौड़ा एवं 2.43 मीटर गहरा है |
  • सिंधु सभ्यता की लिपि भाव चित्रात्मक है , जिसे बूस्त्त्रोफेदन के नाम से जाना जाता है |
  • सिन्धु सभ्यता के लोगो ने नगरो तथा घरो के विन्यास के लिए ग्रीड पद्धति अपनायी |
  • मातर -देवी -पूजा , पेड़ -पूजा एव शिव-पूजा के प्रचलन के साक्ष्य भी सिन्धु सभ्यता से मिलते है |

भारत का इतिहास (HISTORY OF INDIA) 3

भारत का इतिहास (HISTORY OF INDIA)

पाषाण काल 


  1. पाषाण काल को तीन भागों में बांटा गया है -पुरापाषाण काल ,मध्य्पाषाण काल ,तथा नवपाषाण काल |
  2. पुरापाषाण काल में मनुष्य की जीविका का मुख्य आधार शिकार था |इस काल को आखेटक तथा खाद्य -संग्राहक जाल भी कहा जाता है |
  3. लगभग 36,000ई.पु. में आधुनिक मानव पहली बार अस्तित्व में आया |आधुनिक मानव को 'होमो सेपियनस ' भी कहा जाता है |
  4. मानव द्वारा प्रथम पालतू पशु कुता था ,जिसे मध्य पाषाण काल में पालतू बनाया गया |
  5. आग की जानकारी मानव को पूरा पाषाण काल से ही  थी ,किन्तु इसका प्रयोग नवपाषण काल से प्रारंभ हुआ |
  6. नव पाषण काल से मानव ने क्रषि कार्य प्रारंभ किया ,जिससे उसमे स्थायी निवास की प्रव्रती विकसित हुई |
  7. भारत में पाषाण कालीन सभ्यता का अनुसंधान सर्वप्रथम रॉबर्ट बुर्स फुट ने 1863ई.में प्रारंभ किया |
  8. भारत में व्य्यस्थित क्रषि का पहला साक्ष्य मेहरगढ़ से प्राप्त हुआ है |
  9. बिहार के चिरांद नामक नवपाषाण कालीन स्थल से हड्डी के औजार मिले है |
  10. पाषण काल के तीनो चरणों का साक्ष्य बेलन घाटी इलाहाबाद से प्राप्त हुए है |
  11. औजारो में प्रयुक्त की जाने वाली पहली धातु तांबा थी तथा इस धातु का ज्ञान मनुष्य को सर्वप्रथम हुआ था |
  12. चावल की खेती का प्राचीनतम साक्ष्य कोलडी हवा (इलाहाबाद )से पाया गया है |
  13. पहिए का आविष्कार नवपाषाण में हुआ  |

भारत का इतिहास (HISTORY OF INDIA)

भारत का इतिहास (HISTORY OF INDIA)

प्राचीन भारत 

 भारतीय इतिहास के स्रोत


  1. भारतीय इतिहास के विषय में जानकारी के चार  प्रमुख स्रोत है -धर्मग्रन्थ ,ऐतिहासिक धर्मग्रन्थ,विदेशियों का विवरण एव पुरातत्व -संबधी साक्ष्य |
  2. चाणक्य द्वारा रचित 'अर्थशास्त्र ' नामक पुस्तक से मोर्येकालीन इतिहास की जानकारी मिलती है |
  3. कल्हण द्वारा रचित 'राजतरगिणी 'को ऐतिहासिक घटनाओं पर आधारित भारत की प्रथम पुस्तक कहा जाता है |इससे कश्मीर के इतिहास की जानकारी मिलती है |
  4. पाणिनी द्वारा रचित संस्कृत भाषा व्याकरण की प्रथम पुस्तक 'अष्टाध्यायी 'से प्राचीन भारतीय इतिहास से संबधित महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त होती है |
  5. विदेशी लेखकों में मेगस्थनीज ,टॉलमी ,फाहान ,हेन्सोंग ,इतिसंग ,अलबरूनी ,तारानाथ ,मार्कोपोलो ,इत्यादि की पुस्तके प्राचीन भारतीय इतिहास के विभिन्न कालों का के विवरण की महत्वपूर्ण स्रोत है 
  6. मेगस्थनीज  सेल्युकस निकेटर का राजदूत था , जो चन्द्रगुप्त के राजदरबार में आया था ,इसके द्वारा रचित पुस्तक 'इंडिका ' से मोर्येकालीन समाज एव संस्कृति के संबध में महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है 
  7. टॉलमी ने 'भारत का भूगोल ' नामक पुस्तक लिखी |
  8. विक्रमादित्य के दरबार में आने वाले चीनी यात्री फाहान द्वारा लिखे गये विवरणों से गुप्तकालीन भारतीय समाज एवं संस्कृति की जानकारी मिलती है |
  9. हर्षवर्धन के शासनकाल में आने वाले चीनी यात्री हेनसाग द्वारा लिखे भ्रमणं व्रतान्त 'सि -यु -की 'से छटी सदी के भारतीय समाज ,धर्म तथा राजनीति के बारे में पता चलता है |     
  10. इत्सिंग नामक चीनी  यात्री सातवीं शताब्दी के  अंत  में भारत आया था ,इसने अपने विवरण में नालंदा विश्वविद्यालय ,विक्रमशिला विश्वविद्यालय तथा    अपने समय के भारत का वर्णन किया है |

भारत का इतिहास (History of india) 2

भारत का इतिहास (History of india)

जैन धर्म 

महावीर स्वामी जैन धर्म  के 24वे  एवं अंतिम तीर्थकंर हुए |
महावीर स्वामी का जन्म 540ई.पु. में कुंडाग्राम (वैशाली )में हुआ था |
इनके पिता सिद्धार्थ 'ज्ञातुक कुल'के सरदार थे और माता त्रिशला लिच्छवी राजा चेटक की बहन थी |
12 वर्षो की कठिन तपस्या के बाद महावीर को जुम्भिक में ऋजुपालिका नदी के तट पर साल व्रक्ष के निचे तपस्या करते हुए सम्पूर्ण ज्ञान का बोध हुआ |
महवीर ने अपना उपदेश प्राक्रत(अर्धगामी ) भाषा में दिया|
जैन धर्म के त्रिरत्न है -सम्यक दर्शन ,सम्यक ज्ञान ,सम्यक आचरण |
महावीर स्वामी की म्रत्यु 72 वर्ष की आयु में 527ई,पु,हुई थी |
तीर्थकंर व उनके प्रतीक
ऋषभदेव - सांड
अजित - हाथी
सम्भव - घोडा
नेमि - शंख
पार्श्वनाथ - सर्प
महावीर - सिंह   

बुधवार, 20 अप्रैल 2016

love story प्रेम कथा २

मूमल से वापस आकर मिलने का वायदा कर महिन्द्रा अमरकोट के लिए रवाना तो हो गया पर पूरे रास्ते उसे मूमल के अलावा कुछ और दिखाई ही नहीं दे रहा था वह तो सिर्फ यही गुनगुनाता चला जा रहा था -
म्हारी माढेची ए मूमल , हाले नी अमराणे देस |
" मेरी मांढ देश की मूमल, आओ मेरे साथ अमरकोट चलो |"

महेन्द्रा अमरकोट पहुँच वहां उसका दिन तो किसी तरह कट जाता पर शाम होते ही उसे मूमल ही मूमल नजर आने लगती वह जितना अपने मन को समझाने की कोशिश करता उतनी ही मूमल की यादें और बढ़ जाती | वह तो यही सोचता कि कैसे लोद्र्वे पहुँच कर मूमल से मिला जाय | आखिर उसे सुझा कि अपने ऊँटो के टोले में एसा ऊंट खोजा जाय जो रातों रात लोद्र्वे जाकर सुबह होते ही वापस अमरकोट आ सके |
उसने अपने रायका रामू (ऊंट चराने वाले) को बुलाकर पूछा तो रामू रायका ने बताया कि उसके टोले में एक चीतल नाम का ऊंट है जो बहुत तेज दौड़ता है और वह उसे आसानी से रात को लोद्र्वे ले जाकर वापस सुबह होने से पहले ला सकता है | फिर क्या था रामू रायका रोज शाम को चीतल ऊंट को सजाकर महेन्द्रा के पास ले आता और महेन्द्रा चीतल पर सवार हो एड लगा लोद्र्वा मूमल के पास जा पहुँचता | तीसरे प्रहार महेन्द्रा फिर चीतल पर चढ़ता और सुबह होने से पहले अमरकोट आ पहुँचता |
महेन्द्रा विवाहित था उसके सात पत्नियाँ थी | मूमल के पास से वापस आने पर वह सबसे छोटी पत्नी के पास आकर सो जाता इस तरह कोई सात आठ महीनों तक उसकी यही दिनचर्या चलती रही इन महीनों में वह बाकी पत्नियों से तो मिला तक नहीं इसलिए वे सभी सबसे छोटी बहु से ईर्ष्या करनी लगी और एक दिन जाकर इस बात पर उन्होंने अपनी सास से जाकर शिकायत की | सास ने छोटी बहु को समझाया कि बाकी पत्नियों को भी महिंद्रा ब्याह कर लाया है उनका भी उस पर हक़ बनता है इसलिए महिंद्रा को उनके पास जाने से मत रोका कर | तब महिंद्रा की छोटी पत्नी ने अपनी सास को बताया कि महिंद्रा तो उसके पास रोज सुबह होने से पहले आता है और आते ही सो जाता है उसे भी उससे बात किये कोई सात आठ महीने हो गए | वह कब कहाँ जाते है,कैसे जाते है,क्यों जाते है मुझे कुछ भी मालूम नहीं |
छोटी बहु की बाते सुन महिंद्रा की माँ को शक हुवा और उसने यह बात अपनी पति राणा वीसलदे को बताई | चतुर वीसलदे ने छोटी बहु से पूछा कि जब महिंद्रा आता है तो उसमे क्या कुछ ख़ास नजर आता है | छोटी बहु ने बताया कि जब रात के आखिरी प्रहर महिंद्रा आता है तो उसके बाल गीले होते है जिनमे से पानी टपक रहा होता है |
चतुर वीसलदे ने बहु को हिदायत दी कि आज उसके बालों के नीचे कटोरा रख उसके भीगे बालों से टपके पानी को इक्कठा कर मेरे पास लाना | बहु ने यही किया और कटोरे में एकत्र पानी वीसलदे के सामने हाजिर किया | वीसलदे ने पानी चख कर कहा- " यह तो काक नदी का पानी है इसका मतलब महिंद्रा जरुर मूमल की मेंड़ी में उसके पास जाता होगा |
महिंद्रा की सातों पत्नियों को तो मूमल का नाम सुनकर जैसे आग लग गयी | उन्होंने आपस में सलाह कर ये पता लगाया कि महेन्द्रा वहां जाता कैसे है | जब उन्हें पता चला कि महेन्द्रा चीतल नाम के ऊंट पर सवार हो मूमल के पास जाता है तो दुसरे दिन उन्होंने चीतल ऊंट के पैर तुड़वा दिए ताकि उसके बिना महिंद्रा मूमल के पास ना जाने पाए |
रात होते ही जब रामू राइका चीतल लेकर नहीं आया तो महिंद्रा उसके घर गया वहां उसे पता चला कि चीतल के तो उसकी पत्नियों ने पैर तुड़वा दिए है तब उसने रामू से चीतल जैसा दूसरा ऊंट माँगा |
रामू ने कहा -" उसके टोले में एक तेज दौड़ने वाली एक टोरडी (छोटी ऊंटनी) है तो सही पर कम उम्र होने के चलते वह चीतल जैसी सुलझी हुई व अनुभवी नहीं है | आप उसे ले जाये पर ध्यान रहे उसके आगे चाबुक ऊँचा ना करे,चाबुक ऊँचा करते ही वह चमक जाती है और जिधर उसका मुंह होता उधर ही दौड़ना शुरू कर देती है तब उसे रोकना बहुत मुश्किल है |
महिंद्रा टोरडी पर सवार हो लोद्र्वा के लिए रवाना होने लगा पर मूमल से मिलने की बैचेनी के चलते वह भूल गया कि चाबुक ऊँचा नहीं करना है और चाबुक ऊँचा करते ही टोरडी ने एड लगायी और सरपट भागने लगी अँधेरी रात में महिंद्रा को रास्ता भी नहीं पता चला कि वह कहाँ पहुँच गया थोड़ी देर में महिंद्रा को एक झोंपड़े में दिया जलता नजर आया वहां जाकर उसने उस क्षेत्र के बारे में पूछा तो पता चला कि वह लोद्र्वा की जगह बाढ़मेर पहुँच चूका है | रास्ता पूछ जब महिंद्रा लोद्र्वा पहुंचा तब तक रात का तीसरा प्रहर बीत चूका था | मूमल उसका इंतजार कर सो चुकी थी उसकी मेंड़ी में दिया जल रहा था | उस दिन मूमल की बहन सुमल भी मेंड़ी में आई थी दोनों की बाते करते करते आँख लग गयी थी | सहेलियों के साथ दोनों बहनों ने देर रात तक खेल खेले थे सुमल ने खेल में पुरुषों के कपडे पहन पुरुष का अभिनय किया था | और वह बातें करती करती पुरुष के कपड़ों में ही मूमल के पलंग पर उसके साथ सो गयी |
महिंद्रा मूमल की मेंड़ी पहुंचा सीढियाँ चढ़ जैसे ही मूमल के कक्ष में घुसा और देखा कि मूमल तो किसी पुरुष के साथ सो रही है | यह दृश्य देखते ही महिंद्रा को तो लगा जैसे उसे एक साथ हजारों बिच्छुओं ने काट खाया हो | उसके हाथ में पकड़ा चाबुक वही गिर पड़ा और वह जिन पैरों से आया था उन्ही से चुपचाप बिना किसी को कुछ कहे वापस अमरकोट लौट आया | वह मन ही मन सोचता रहा कि जिस मूमल के लिए मैं प्राण तक न्योछावर करने के लिए तैयार था वह मूमल ऐसी निकली | जिसके लिए मैं कोसों दूर से आया हूँ वह पर पुरुष के साथ सोयी मिलेगी | धिक्कार है ऐसी औरत पर |
सुबह आँख खुलते ही मूमल की नजर जैसे महिंद्रा के हाथ से छूटे चाबुक पर पड़ी वह समझ गयी कि महेन्द्रा आया था पर शायद किसी बात से नाराज होकर चला गया |उसके दिमाग में कई कल्पनाएँ आती रही |
कई दिनों तक मूमल महिंद्रा का इंतजार करती रही कि वो आएगा और जब आएगा तो सारी गलतफहमियां दूर हो जाएँगी | पर महिंद्रा नहीं आया | मूमल उसके वियोग में फीकी पड़ गई उसने श्रंगार करना छोड़ दिया |खना पीना भी छोड़ दिया उसकी कंचन जैसी काया काली पड़ने लगी | उसने महिंद्रा को कई चिट्ठियां लिखी पर महिंद्रा की पत्नियों ने वह चिट्ठियां महिंद्रा तक पहुँचने ही नहीं दी | आखिर मूमल ने एक ढोली (गायक) को बुला महेन्द्रा के पास भेजा | पर उसे भी महिंद्रा से नहीं मिलने दिया गया | पर वह किसी तरह महेन्द्रा के महल के पास पहुँचने में कामयाब हो गया और रात पड़ते ही उस ढोली ने मांढ राग में गाना शुरू किया -
" तुम्हारे बिना,सोढा राण, यह धरती धुंधली
तेरी मूमल राणी है उदास
मूमल के बुलावे पर
असल प्रियतम महेन्द्रा अब तो घर आव |"

ढोली के द्वारा गयी मांढ सुनकर भी महिंद्रा का दिल नहीं पसीजा और उसने ढोली को कहला भेजा कि -" मूमल से कह देना न तो मैं रूप का लोभी हूँ और न ही वासना का कीड़ा | मैंने अपनी आँखों से उस रात उसका चरित्र देख लिया है जिसके साथ उसकी घनिष्ठता है उसी के साथ रहे | मेरा अब उससे कोई सम्बन्ध नहीं |"
ढोली द्वारा सारी बात सुनकर मूमल के पैरों तले की जमीन ही खिसक गई अब उसे समझ आया कि महेन्द्रा क्यों नहीं आया | मूमल ने तो सपने में भी नहीं सोचा था कि उसे एसा कलंक लगेगा |
उसने तुरंत अमरकोट जाने के लिए रथ तैयार करवाया ताकि अमरकोट जाकर महिंद्रा से मिल उसका बहम दूर किया जा सके कि वह कलंकिनी नहीं है और उसके सिवाय उसका कोई नहीं |
अमरकोट में मूमल के आने व मिलने का आग्रह पाकर महिंद्रा महिंद्रा ने सोचा,शायद मूमल पवित्र है ,लगता है मुझे ही कोई ग़लतफ़हमी हो गई | और उसने मूमल को सन्देश भिजवाया कि वह उससे सुबह मिलने आएगा | मूमल को इस सन्देश से आशा बंधी |
रात को महेन्द्रा ने सोचा कि -देखें,मूमल मुझसे कितना प्यार करती है ?"'
सो सुबह उसने अपने नौकर के सिखाकर मूमल के डेरे पर भेजा | नौकर रोता-पीटता मूमल के डेरे पर पहुंचा और कहने लगा कि -"महिंद्रा जी को रात में काले नाग ने डस लिया जिससे उनकी मृत्यु हो गयी |
नौकर के मुंह से इतना सुनते ही मूमल पछाड़ खाकर धरती पर गिर पड़ी और पड़ते ही महिंद्रा के वियोग में उसके प्राण पखेरू उड़ गए |
महेन्द्रा को जब मूमल की मृत्यु का समाचार मिला तो वह सुनकर उसी वक्त पागल हो गया और सारी उम्र " हाय म्हारी प्यारी मूमल,म्हारी प्यारी मूमल" कहता फिरता रहा | 

love story प्रेम कथा 1

गुजरात का हमीर जाडेजा अपनी ससुराल अमरकोट (सिंध) आया हुआ था | उसका विवाह अमरकोट के राणा वीसलदे सोढा की पुत्री से हुआ था | राणा वीसलदे का पुत्र महिंद्रा व हमीर हमउम्र थे इसलिए दोनों में खूब जमती थी साथ खेलते,खाते,पीते,शिकार करते और मौज करते | एक दिन दोनों शिकार करते समय एक हिरण का पीछा करते करते दूर लोद्र्वा राज्य की काक नदी के पास आ पहुंचे उनका शिकार हिरण अपनी जान बचाने काक नदी में कूद गया, दोनों ने यह सोच कि बेचारे हिरण ने जल में जल शरण ली है अब उसे क्या मारना | शिकार छोड़ जैसे दोनों ने इधर उधर नजर दौड़ाई तो नदी के उस पार उन्हें एक सुन्दर बगीचा व उसमे बनी एक दुमंजिली झरोखेदार मेड़ी दिखाई दी | इस सुनसान स्थान मे इतना सुहावना स्थान देख दोनों की तबियत प्रसन्न हो गयी | अपने घोड़े नदी मे उतार दोनों ने नदी पार कर बागीचे मे प्रवेश किया इस वीरानी जगह पर इतना सुन्दर बाग़ देख दोनों आश्चर्यचकित थे कि अपने पडौस मे ऐसा नखलिस्तान ! क्योंकि अभी तक तो दोनों ने ऐसे नखलिस्तानों के बारे मे सौदागरों से ही चर्चाएँ सुनी थी |
उनकी आवाजें सुन मेड़ी मे बैठी मूमल ने झरोखे से निचे झांक कर देखा तो उसे गर्दन पर लटके लम्बे काले बाल,भौंहों तक तनी हुई मूंछे,चौड़ी छाती और मांसल भुजाओं वाले दो खुबसूरत नौजवान अपना पसीना सुखाते दिखाई दिए | मूमल ने तुरंत अपनी दासी को बुलाकर कर कहा- नीचे जा, नौकरों से कह इन सरदारों के घोड़े पकड़े व इनके रहने खाने का इंतजाम करे, दोनों किसी अच्छे राजपूत घर के लगते है शायद रास्ता भूल गए है इनकी अच्छी खातिर करा |
मूमल के आदेश से नौकरों ने दोनों के आराम के लिए व्यवस्था की,उन्हें भोजन कराया | तभी मूमल की एक सहेली ने आकर दोनों का परिचय पूछा | हमीर ने अपना व महिंद्रा का परिचय दिया और पूछा कि तुम किसकी सहेली हो ? ये सुन्दर बाग़ व झरोखेदार मेड़ी किसकी की है ? और हम किस सुलक्षीणी के मेहमान है ?
मूमल की सहेली कहने लगी- "क्या आपने मूमल का नाम नहीं सुना ? उसकी चर्चा नहीं सुनी ? मूमल जो जगप्यारी मूमल के नाम से पुरे माढ़ (जैसलमेर) देश मे प्रख्यात है | जिसके रूप से यह सारा प्रदेश महक रहा है जिसके गुणों का बखान यह काक नदी कल-कल कर गा रही है | यह झरोखेदार मेड़ी और सुन्दर बाग़ उसी मूमल का है जो अपनी सहेलियों के साथ यहाँ अकेली ही रहती है |" कह कर सहेली चली गयी |
तभी भोजन का जूंठा थाल उठाने आया नाई बताने लगा -" सरदारों आप मूमल के बारे मे क्या पूछते हो | उसके रूप और गुणों का तो कोई पार ही नहीं | वह शीशे मे अपना रूप देखती है तो शीशा टूट जाता है | श्रंगार कर बाग़ मे आती है चाँद शरमाकर बादलों मे छिप जाता है | उसकी मेड़ी की दीवारों पर कपूर और कस्तूरी का लेप किया हुआ है,रोज ओख्लियों मे कस्तूरी कुटी जाती है,मन-मन दूध से वह रोज स्नान करती है,शरीर पर चन्दन का लेप कराती है | मूमल तो इस दुनिया से अलग है भगवान् ने वैसी दूसरी नहीं बनाई |"
कहते कहते नाई बताने लगा-" अखन कुँवारी मूमल,पुरुषों से दूर अपने ही राग रंग मे डूबी रहती है | एक से एक खुबसूरत,बहादुर,गुणी,धनवान,जवान,राजा,राजकुमार मूमल से शादी करने आये पर मूमल ने तो उनकी और देखा तक नहीं उसे कोई भी पसंद नहीं आया | मूमल ने प्रण ले रखा है कि वह विवाह उसी से करेगी जो उसका दिल जीत लेगा,नहीं तो पूरी उम्र कुंवारी ही रहेगी |"
कुछ ही देर मे मूमल की सहेली ने आकर कहा कि आप दोनों मे से एक को मूमल ने बुलाया है |
हमीर ने अपने साले महेन्द्रा को जाने के लिए कहा पर महिन्द्रा ने हमीर से कहा- पहले आप |
हमीर को मेड़ी के पास छोड़ सहेली ने कहा -" आप भीतर पधारें ! मूमल आपका इंताजर कर रही है |
हमीर जैसे ही आगे चौक मे पहुंचा तो देखा आगे उसका रास्ता रोके एक शेर बैठा है और दूसरी और देखा तो उसे एक अजगर रास्ते पर बैठा दिखाई दिया | हमीर ने सोचा मूमल कोई डायन है और नखलिस्तान रचकर पुरुषों को अपने जाल मे फंसा मार देती होगी | वह तुरंत उल्टे पाँव वापस हो चौक से निकल आया |
हमीर व महिंद्रा आपसे बात करते तब तक मूमल की सहेली आ गयी और महिंद्रा से कहने लगी आप आईये मूमल आपका इंतजार कर रही है |
महिंद्रा ने अपना अंगरखा पहन हाथ मे भाला ले सहेली के पीछे पीछे चलना शुरू किया | सहेली ने उसे भी हमीर की तरह चौक मे छोड़ दिया,महिंद्रा को भी चौक मे रास्ता रोके शेर बैठा नजर आया उसने तुरंत अपना भाला लिया और शेर पर पूरे वेग से प्रहार कर दिया | शेर जमीन पर लुढ़क गया और उसकी चमड़ी मे भरा भूसा बाहर निकल आया | महिंद्रा यह देख मन ही मन मुस्कराया कि मूमल उसकी परीक्षा ले रही है | तभी उसे आगे अजगर बैठा दिखाई दिया महिंद्रा ने भूसे से भरे उस अजगर के भी अपनी तलवार के प्रहार से टुकड़े टुकड़े कर दिए | अगले चौक मे महिंद्रा को पानी भरा नजर आया,महिंद्रा ने पानी की गहराई नापने हेतु जैसे पानी मे भाला डाला तो ठक की आवाज आई महिंद्रा समझ गया कि जिसे वह पानी समझ रहा है वह कांच का फर्श है |
कांच का फर्श पार कर सीढियाँ चढ़कर महिंद्रा मूमल की मेड़ी मे प्रविष्ट हुआ आगे मूमल खड़ी थी,जिसे देखते ही महिंद्रा ठिठक गया | मूमल ऐसे लग रही थी जैसे काले बादल मे बिजली चमकी हो, एड़ी तक लम्बे काले बाल मानों काली नागिन सिर से जमीन पर लोट रही हों| चम्पे की डाल जैसी कलाइयाँ,बड़ी बड़ी सुन्दर आँखे, ऐसे लग रही थी जैसे मद भरे प्याले हो,तपे हुए कुंदन जैसा बदन का रंग,वक्ष जैसे किसी सांचे मे ढाले गए हों,पेट जैसे पीपल का पत्ता,अंग-अंग जैसे उफन रहा हो |
मूमल का यह रूप देखकर महिंद्रा के मुंह से अनायास ही निकल पड़ा-" न किसी मंदिर मे ऐसी मूर्ति होगी और न किसी राजा के रणवास मे ऐसा रूप होगा |" महिंद्रा तो मूमल को ठगा सा देखता ही रहा | उसकी नजरें मूमल के चेहरे को एकटक देखते जा रही थी दूसरी और मूमल मन में कह रही थी - क्या तेज है इस नौजवान के चेहरे पर और नयन तो नयन क्या खंजर है | दोनों की नजरें आपस में ऐसे गड़ी कि हटने का नाम ही नहीं ले रही थी |
आखिर मूमल ने नजरे नीचे कर महिंद्रा का स्वागत किया दोनों ने खूब बाते की ,बातों ही बातों में दोनों एक दुसरे को कब दिल दे बैठे पता ही न चला और न ही पता चला कि कब रात ख़त्म हो गयी और कब सुबह का सूरज निकल आया |
उधर हमीर को महेन्द्रा के साथ कोई अनहोनी ना हो जाये सोच कर नींद ही नहीं आई | सुबह होते ही उसने नाई के साथ संदेशा भेज महिंद्रा को बुलवाया और चलने को कहा | महिंद्रा का मूमल को छोड़कर वापस चलने का मन तो नहीं था पर मूमल से यह कह- "मैं फिर आवुंगा मूमल, बार बार आकर तुमसे मिलूँगा |"
दोनों वहां से चल दिए हमीर गुजरात अपने वतन रवाना हुआ और महिंद्रा अपने राज्य अमरकोट |

मंगलवार, 19 अप्रैल 2016

राजस्थान इतिहास कालक्रम RAJSTHAN KALKRAM

राजस्थान इतिहास कालक्रम 


5000 ई.पू.===कालीबंगा सभ्यता
3500 ई.पू.===आहड़ सभ्यता
1000-600 ई.पू===.आर्य सभ्यता
300-600 ई.पू.===जनपद युग
350-600 ई.पू.---गुप्त वंश का हस्तक्षेप
551 ई.----वासुदेव चौहान द्वारा सांभर (सपादलक्ष) में चौहान राज्य की स्थापना
728 ई.---बप्पा रावल द्वारा चित्तौड़ में मेवाड़ राज्य की स्थापना
967 ई.==कछवाहा वंशी धोलाराय द्वारा आमेर राज्य की स्थापना
1018 ई.===महमूद गजनवी द्वारा प्रतिहार राज्य पर चढाई एवं विजय
1031 ई.===दिलवाड़ में आदिनाथ मंदिर का निर्माण विमलशाह ने करवाया
1113 ई.===अजयराज द्वारा अजमर (अजयमेरु) की स्थापना
1137 ई.===कछवाह वंश के दुलहराय ने ढूंढार राज्य की स्थापना
1156 ई.===राव जैसलसिंह द्वारा जैसलमेर की स्थापना
1191 ई.===तराईन का द्वितीय युद्ध - पृथ्वीराज व मुहम्मद गौरी के मध्य, पृथ्वीराज विजयी
1192 ई.===तराईन का तृतीय युद्ध - पृथ्वीराज व मुहम्मद गौरी के मध्य, मुहम्मद गौरी की विजय
1195 ई.===मुहम्मद गौरी द्वारा बयाना पर आक्रमण
1213 ई.====जैत्रसिंह मेवाड़ में गद्दीनसीन
1230 ई.===दिलवाड़ में तेजपाल व वास्तुपाल द्वारा नेमिनाथ मंदिर का निर्माण
1234 ई.===रावत जैत्रसिंह द्वारा इल्तुतमिश पर विजय
1237 ई.===रावत जैत्रसिंह द्वारा सुल्तान बलबन पर विजय
1242 ई.===राजा हाड़ा देशराज द्वारा बूंदी राज्य की स्थापना
1291 ई.===हम्मीर द्वारा जलालुद्दीन का आक्रमण विफल करना
1301 ई.===हमीर द्वारा अलाउद्दीन खिलजी के आक्रमण को विफल करना, षड्यंत्र द्वारा पराजित, रणथम्भौर के किले पर 11 जुलाई को तुर्की अधिकार स्थापित
1302 ई.===रत्नसिंह गुहिलों के सिंहासन पर बैठा
1303 ई.===राणा रतनसिंह अलाउद्दीन खिलजी के हाथों परास्त, चित्तौड़ पर खिलजी का अधिकार, चित्तौड़ का नाम परिवर्तीत कर खिज्राबाद
1308 ई.===कान्हड़देव चौहान खिलजी से परास्त, जालौर पर खिलजी का अधिपत्य
1326  ई.===राणा हमीर द्वारा चित्तौड़ पर पुनः शासन स्थापित

RAJASTHAN G.K.

जानें राजस्थान के खनिज के बारे में 

1. फ्लोराइट खनिज के उत्पादन में राजस्थान का देश में
कौनसा स्थान है।
Ans:- प्रथम
2. राजस्थान में जावर की खान किस जिले में
है ? (RAS-94, 95, 99, RPSC 3rd Gr.- 04 )
Ans:- उदयपुर
3. अलौह खनिज की दृष्टि से राजस्थान
का देश में कौनसा स्थान है।
Ans:- प्रथम
4. लौह खनिज की दृष्टि से राजस्थान का देश
में कौनसा स्थान है।
Ans:- चौथा
5. अभ्रक व तांबा उत्पादन में राजस्थान का कौनसा स्थान
है।
Ans:- दूसरा
6. राजस्थान में ताम्बे के विशाल भंडार है ? (RAS-
93,99, Police-07)
Ans:- खेतड़ी में (झुन्झुनू जिला)
7. राजस्थान में गुलाबी रंग का ग्रेनाइट
कहां पर पाया जाता है।
Ans:- जालौर
8. राजस्थान में फैल्सपार कहां पाया जाता है।
Ans:- अजमेर(ब्यावर) व भीलवाड़ा
9. सुपर जिंक समेल्टर संयत्र (ब्रिटेन के सहयोग से)
कहां पर स्थापित किया गया है।
Ans:- चंदेरिया(चित्तौड़गढ़)
10. राजस्थान में सोना कहां पर पाया जाता है। (RAS
98)
Ans:- बांसवाड़ा व डूंगरपुर
11. हीरा राजस्थान में
कहां पाया जाता है।
Ans:- केसरपुरा (चित्तौड़गढ़)
12. राजस्थान में जेम स्टोन औद्योगिक पार्क किस जिले में
स्थित है।
Ans:- जयपुर
13. जिप्सम राजस्थान में सर्वाधिक कहां पर
पाया जाता है। (E.O.-2008)
Ans:- नागौर ( गोट-मांगलोद) में
14. राजस्थान में चांदी की खान
कहां पर स्थित है।
Ans:- जावर (उदयपुर), रामपुरा-
आंगुचा (भीलवाड़ा)
15. मैंगनीज राजस्थान के किस जिलों में
पाया जाता है। (E.O.-2008)
Ans:- बांसवाड़ा व उदयपुर
16. वरमीक्यूलाइट राजस्थान में कहां पर
पाया जाता है।
Ans:- अजमेर
17. अभ्रक राजस्थान में सर्वाधिक कहां पर
पाया जाता है। (RPSC Tea. 2007)
Ans:- भीलवाड़ा व उदयपुर
18. राजस्थान में वोलस्टोनाइट कहां पाया जाता है।
Ans:- सिरोही व डूंगरपुर
19. यूरेनियम राजस्थान में कहां पर पाया जाता है।
Ans:- उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा व सीकर
20. राजस्थान में मैग्नेसाइट कहां पर उत्पादित
किया जाता है।
Ans:- अजमेर
21. सीसा-जस्ता उत्पादन में राजस्थान का देश
में कौनसा स्थान है। (RAS -03)
Ans:- प्रथम
22. मुल्तानी मिट्टी राजस्थान में
कहां पाई जाती है।
Ans:- बीकानेर व बाड़मेर
23. पाइराइट्स राजस्थान में सर्वाधिक
कहां पाया जाता है।
Ans:- सलादीपुर (सीकर)
24. घीया पत्थर राजस्थान में
कहां पाया जाता है।
Ans:- भीलवाड़ा व उदयपुर
25. वह खनिज
जो मिट्टी की क्षारियता दूर करने
के काम आता है, कौनसा है ? (RPSC 3rd Gr.-
09)
Ans:- जिप्सम
26. राजस्थान में कैल्साइट कहां पाया जाता है।
Ans:- सीकर व उदयपुर
27. राजस्थान में बेराइट्स के विशाल भंडार कहां पाये गए
हैं ?
Ans:- जगतपुर (उदयपुर)
28. खनन क्षेत्रों से प्राप्त आय की दृष्टि से
राजस्थान का देश में कौनसा स्थान है ?
Ans:- पांचवा स्थान
29. हरी अग्नि के नाम से जाना जाता है।
Ans:- पन्ना
30. रॉक फास्फेट के राजस्थान के किन जिलों में
पाया जाता है ? (RAS-89, 99, RPSC 3rd Gr.-
04 )
Ans:- झामर कोटड़ा (उदयपुर) व बिरमानियां (जैसलमेर) और
बांसवाडा

सरकारी जॉब की तैयारी के महत्वपूर्ण सवाल JOB SARKARI

सरकारी जॉब की तैयारी के  महत्वपूर्ण सवाल 

1. हरे कबूतर राजस्थान के किस अभयारण्य में पाए जाते
है ? (RPSC 3rd Gr. Teac. 04)
Ans:- सरिस्का अभयारण्य (अलवर)
2. राजस्थान का प्रथम राष्ट्रीय उद्यान
कौनसा है?
Ans:- रणथम्भोर
3. किस अभयारण्य को रणथम्भोर के बाघों का 'जच्चा घर'
कहा जाता है ?
Ans:- रामगढ विषधारी अभयारण्य
4. उड़न गिलहरी और चौसिंघा (four
Horned Antelope) हिरण के कारण प्रसिद्ध
वन्यजीव अभयारण्य कौनसा है?
Ans:- सीतामाता अभयारण्य प्रतापगढ़
5. किस राष्ट्रीय उद्यान
को यूनेस्को की विश्व प्राकृतिक धरोहर
स्थल के नाम से जाना जाता है ? (RAS-92, 93)
Ans:- केवलादेव घना राष्ट्रीय उद्यान
6. राजस्थान के किस वन्यजीव अभयारण्य में
"सींग वाला भारतीय उल्लू"
पाया जाता है?
Ans:- सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान
7. राजस्थान के किस राष्ट्रीय उद्यान में
बहुतायत में जीवाश्म पाए गए हैं जिनमें से
डायनासौर के अस्तित्व को व्यक्त करते
भी चिह्न हैं?
Ans:- राष्ट्रीय मरू उद्यान में
8. किस अभयारण्य को साँपो की शरण
स्थली कहा जाता है ?
Ans:- शेरगढ़ अभयारण्य को
9. कोटा से लगभग 50 किमी दूर
कौनसा अभ्यारण्य है जो घड़ियालों और पतले मुंह वाले
मगरमच्छों के लिए अत्यंत लोकप्रिय है?
Ans:- राष्ट्रीय चम्बल वन्य
जीव अभ्यारण्य (दर्रा वन्य जीव
अभयारण्य)
10. राज्य का सबसे बड़ा चिड़ियाघर कौनसा है ?
Ans:- जयपुर चिड़ियाघर सवाई राम सिंह द्वारा 1876 में
निर्मित
11. राजस्थान के कौनसे दो अभयारण्य बाघ परियोजना में
शामिल है ? (B.Ed.07)
Ans:- रणथम्भौर राष्ट्रीय उद्यान और
सरिस्का वन्य जीव अभयारण
12. कृष्ण मृग कहाँ पाए जाते है ? ( Raj Pol.
2007)
Ans:- ताल छापर अभयारण्य, चुरु
13. राजस्थान में कुल कितने राष्ट्रीय उद्यान
है ? (Raj Police)
Ans:- तीन (रणथंभौर, केवलादेव और
मुकंदरा हिल्स नेशनल पार्क)
14. क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे
छोटी बाघ परियोजना कौनसी है ?
Ans:- रणथम्भौर बाघ परियोजना
15. रेत का तीतर के नाम से
कौनसा पक्षी प्रसिद्ध है, व यह किस
अभयारण्य में पाया जाता है ? (Raj Pol. 92)
Ans:- बटबड पक्षी , गजनेर अभयारण्य
16. राजस्थान के किस जिले में सज्जनगढ़ अभयारण्य
स्थित है?
Ans:- उदयपुर
17. राजस्थान के किस वन्य जीव अभ्यारण्य
में जोगी महल स्थित है?
Ans:- रणथम्भोर
18. सागवान वनों का एकमात्र अभयारण्य कौनसा है ?
Ans:- सीतामाता अभयारण्य
19. किस जिले में 'नेशनल वुड फोसिल्स पार्क' स्थित
है ? (RAS-96, 2000)
Ans:- जैसलमेर
20. राजस्थान का कौनसा अभयारण्य राज्य
पक्षी गोडावन के संरक्षण के लिए
जाना जाता है।
Ans:- राष्ट्रीय मरू उद्यान, जैसलमेर

G.K. TOP RAJASTHAN

जाने राजस्थान के बारे में 

1. राजस्थान में पुलिस यूनिवर्सिटी खोलने
की घोषणा किस जिले में की गई
है ?
Ans: - जोधपुर
2. विख्यात गजल गायक जगजीत सिंह
का पैतृक निवास स्थान है ?
Ans: - श्री गंगानगर
3. राजस्थान में दर्रा अभ्यारण्य कहाँ है ?
Ans: - कोटा
4. पाकिस्तान से आने वाली थार एक्सप्रेस
का राजस्थान में प्रथम स्टेशन कहाँ है?
Ans: - मुनाबाब
5. पांचना बांध कहाँ स्थित है ?
Ans: - करौली
6. राजस्थान की किस प्रसिद्ध
झील पर "नटनी का चबूतरा"
स्थित है ?
Ans: - पिछौला
7. डांग क्षेत्र विकास किस क्षेत्र से सम्बंधित है?
Ans: - कोटा-बूंदी -सवाई माधोपुर -धौलपुर
8. राजस्थान की किन दो जिलों में कोई
भी नदी नहीं है
?
Ans: - बीकानेर व चुरू
9. गोरबंद आभूषण है?
Ans: - ऊंट के गले का
10. राजस्थान में दुलारी योजना का सम्बन्ध
किससे है ?
Ans: - किशोरी बालिकाओं
को जीवन कौशल शिक्षा प्रदान करने से
11.
पटवों की हवेली कहाँ स्थित
है ?
Ans: - जैसलमेर
12. बाड़मेर प्रिंट किस नाम से जाना जाता है ?
Ans: - अजरक प्रिंट
13. सिरोही क्षेत्र
की पहाड़ियों को स्थानीय भाषा में
किस नाम से जाना जाता है ?
Ans: - भाकर
14. चित्तोडगढ की किस रानी ने
बादशाह हुमायूं से मदद
मांगी थी ?
Ans: - रानी कर्णवती
15. राजस्थान का खुजराहो किस मंदिर
को कहा जाता है ?
Ans: - किराडू मंदिर
16. बनास नदी पॉर कौनसा बांध है ?
Ans: - बीसलपुर बांध
17. किस विश्वविद्यालय का नाम पूर्व
राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन के नाम पर
रखने का निर्णय लिया गया है ?
Ans: - राष्ट्रीय आयुर्वेद विश्वविद्यालय,
जोधपुर
18. वनस्थली विद्यापीठ
(डीम्ड विश्वविद्यालय) किस जिले में है ?
Ans: - टोंक
19. चुरू में "तालछापर'' क्यूँ प्रसिद्ध है?
Ans: - काले हिरणों के अभ्यारण्य के लिए
20. ग्रेट इंडियन बस्टर्ड किसे कहते है ?
Ans: - गोडावण

MILA JULA GYAN GYAN

मिला जुला ज्ञान 

1. रैक्सिन(रेग्जिन) कृत्रिम चमड़ा किस वनस्पती पदार्थ से बनाया जाता है।

- सेल्यूलोज

2. भारी जल का अणुभार कितना होता है।

- अणुभार 20

3. ट्यबलाइट में होती है।

- पारे की वाष्प

4. देश का पहला भारी जल का संयत्र कहां पर स्थापित किया गया।

- नांगल (पंजाब)

5. राजस्थान में राष्ट्रीय राजमार्गो की सर्वाधिक लंबाई की दृष्टी से जिला है।

- जोधपुर

6. विश्व का सबसे हल्का लड़ाकू विमान है (भारतीय)।

- तेजस

7. राजस्थान की प्रथम सूती वस्त्र मिल कौनसी थी।

- दी कृष्णा मिल ब्यावर

8. राजस्थान का सबसे छोटा राष्ट्रीय राजमार्ग कौनसा है।

- एनएच 3

9. विश्व की पहली रेल सेवा किस देश में शुरू हुई।

- इंग्लैंड(1826)

10. राजस्थान में प्रथम रेल कब व कहां चलाई गई।

- 1974 में आगरा फोर्ट से बांदीकुई

11. नैनो सैकंड का मान कितना होता है।

- 10-9

12. राजस्थान में सर्वाधिक राष्ट्रीय राजमार्ग किस जिले से निकलते हैं।

- अजमेर (पांच)

13. प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना कब शुरू की गई।

- २५ दिसंबर 2000

14. राजकीय बस सेवा प्रारंभ करने वाला राजस्थान का पहला जिला है।

- टोंक (1952)

15. भारत का सबसे बड़ा रेलवे मॉडल कक्ष कहां पर है।

- उदयपुर

16. शरीर में लाल रक्त कणिकाओं का निर्माण कहां होता है।

 - अस्थि मज्जा

17. हिमोफिलिया, मांगोलिज्म, वर्णाधता किस प्रकार के रोग हैं।

- आनुवंशिक रोग

18. पक्षियों एवं उनके स्वभाव का अध्ययन करने वाले विज्ञान को कहते हैं।

- आरनिथोलॉजी

19. मानव जाति का अध्ययन करने को कहते हैं।

- एंथ्रोपोलॉजी

20. छिपकलियों का अध्ययन करने वाला विज्ञान है।

- सौरालॉजी

RAJSTHAN TOP G.K.

राजस्थान टॉप जनरल नोलज 



1. राजस्थान का सबसे शुष्क स्थान कोनसा है?
Ans. – फलोदी
2. राजस्थान में डूंगरपुर और बांसवाडा को पृथक करने वाली नदी है?
Ans. – माही नदी
3. राजस्थान में बांध बरेठा बांध कहाँ स्थित है?
Ans. – भरतपुर
4. चूलिया प्राप्त किसनदी पर स्थित है?
Ans. – चम्बल
5. लूनी नदी का उदगम स्थल कहाँ है?
Ans. – आना सागर
6. राजस्थान में किस जिले में सबसे ज्यादा वन पाए जाते है?
Ans. – उदयपुर
7. रेगिस्तान वनरोपण और भू संरक्षण केंद्र कहाँ स्थित है?
Ans. – जोधपुर
8. खनन क्षेत्र में होने वाली आय की दृष्टि से राजस्थानका देश में कोनसा स्थान है ?
Ans. – आठवां
9. राजस्थान में मेगनीज हतु का सबसे बड़ा उत्पादक जिला कोनसा है ?
Ans. – बांसवाडा
10. देश की एकमात्र टंगस्टन की खान राज्य में कहाँ स्थित है ?
Ans. – डेगाना नागौर
11. राजस्थान का सबसे अधिक फेल्सपार किस जिले से प्राप्त किया जाता है ?
Ans. – अजमेर
12. मांडो की पाल (डूंगरपुर) किस खनिज के लिए प्रसिद्ध है ?
Ans. – फलोराइट
13. झामर कोटडा क्षेत्र किस जिले में स्थित है ?
Ans. – उदयपुर
14. राजस्थान का सबसे बड़ा जिप्सम का जमाव कहाँ मिलता है?
Ans. – जामसर (बीकानेर)
15. राजस्थान में हीरे के भंडारों की खोज कहाँ हुई ?
Ans. – केसरपुरा [चित्तोडगढ]
16. राजस्थान में बेन्टोनाइट के भंडार कहाँ स्थित है ?
Ans. – झालावाड
17. सोनू (जैसलमेर) किस खनिज के लिए प्रसिद्ध है ?
Ans. – चूना पत्थर
18. किस क्षेत्र में पीला इमारती पत्थर मिलते है ?
Ans. – जैसलमेर
19. सर्वाधिक विक्रय मूल्य अर्जित करने वाला राजस्थान का खनिज कोनसा है
Ans. – संगमरमर
20. राजस्थान में सीसे की सबसे बड़ी खान कहाँ स्थित है ?
Ans. – जावर
21. राजस्थान में काला पत्थर बहुतायत में कहाँ पाया जाता है ?
Ans. – सिरोही
22. देश का कितना प्रतिशत एस्बेस्टस राजस्थान की खानों से प्राप्त होता है?
Ans. – 98%
23. गार्नेट सर्वाधिक कहाँ पाया जाता है ?
Ans. – टोंक में
24. ओप्रेसन फ्लड की शुरुआत कब की गयी ?
Ans. – 1970 में
25. मरुस्थल विकास कार्यक्रम कब शुरू किया गया ?
Ans. – 1977-78
26. स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना में कितनी योजनाओं का समावेश कर दिया गया है ?
Ans. – 6
27. मननरेगा की शुरुआत कब हुई ?
Ans. – 2006 में
28. डांग प्रादेशिक विकास बोर्ड का कार्यक्षेत्र कोनसा है ?
Ans. – कोटा और भरतपुर संभाग
29. किस योजना के द्वारा लघु और सीमांत कसानो को सिंचाई कार्य में सहायता दी जाती है ?
Ans. – जीवनधारा योजना
30. बनी - ठनी पेन्टिंग शैली का सम्बन्ध किस शहर से है ?
     - किशनगढ़
31. राजस्थान के राज्य पक्षी का नाम है ?
     - गोडवान
32. जीण माता मंदिर स्थित है ?
A. करोली
B. सीकर
C. बीकानेर
D. सवाई माधोपुर
Ans: B
33. "महारानी कॉलेज " कहाँ पर स्थित है ?
A. जयपुर
B. उदयपुर
C. जोधपुर
D. दिल्ली
Ans A
34. "बीकानेर के राठोरान री ख्यात" के लेखक हैं ?
A. नेनसी
B. सूर्यमाल मिश्र
C. दयालदास
D. श्यामलदास
Ans: c
35. भारत में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है ?
A. तमिल
B. बंगाली
C. मराठी
D. पंजाबी
Ans:B
36. मार्बल नगरी के नाम से मशहूर शहर का नाम है ?
A. उदयपुर
B. कोटा
C. किशनगढ़
D. राजनगर
Ans:c
37. श्री तेजाजी धाम "सुरसुरा" किस जिले में स्थित है ?
A. नागौर
B. अजमेर
C. जयपुर
D. सीकर
Ans: B
38. टायर ट्यूब उद्योग राजस्थान में कहाँ स्थित हैं ?
A. केलवा
B. करोली
C. कांकरोली
D. कोटपुतली
Ans: c
39. तारागढ़ किला कहाँ स्थित है ?
A. अजमेर
B. उदयपुर
C. जैसलमेर
D. बूंदी
Ans : A, D (Both)
40. भरतपुर का संबंध किस राजघराने से है ?
A. राजपूत
B. जाट
C. मीना
D. मुस्लिम
Ans: B
41. "जैसलमेर का गुंडाराज" के लेखक है ?
A. नेनसी
B. सूर्यमाल मिश्र
C. दयालदास
D. सागरमल गोपा
Ans: D
42. मीराबाई के पति का क्या नाम था ?
A. राणा सांगा
B. राणा रतनसिंह
C. भोजराज
D. उदयसिंह
Ans: C
43. बिष्नोई समाज के संस्थापक कोन थे ?
A. रामदेवजी
B. पाबूजी
C. जम्भोजी
D. हरबुजी
Ans: C
44. शेखावाटी क्षेत्र का प्रमुख नृत्य है ?
A. घूमर
B. दे ताली
C. गीदड़
D. ग़ैर
Ans: C
45. उदयपुर क्षेत्र में बोली जाने वाली भाषा है ?
A. मारवाडी
B. मेवाडी
C. खड़ी
D. हाडोती
Ans: B
46. "बादशाह" का मैला कहाँ लगता है ?
A. अजमेर
B. ब्यावर
C. बूंदी
D. कोटा
Ans: B
47. चौरासी खम्भों वाली छतरी कहाँ स्थित है ?
A. जयपुर
B. उदयपुर
C. बूंदी
D. कोटा
Ans: C
48. टेलीफोन नम्बर 1098 किससे सम्बंधित है ?
A. राजस्थान पुलिस
B. BSNL ब्रॉडबैंड
C. चुनाव आयोग
D. चाइल्ड लाइन
Ans: D
49. राजस्थान सरकार की अपना खाता सुविधा का सम्बन्ध है ?
A. जमीन की ऑनलाइन नक़ल हेतु
B. फ्री बैंक अकाउंट हेतु
C. नकद सब्सिडी हेतु फ्री बैंक अकाउंट
D. आधार कार्ड हेतु
Ans: A
50. राजस्थान की कुल जनसँख्या है ?
A. 5.66 करोड़
B. 6.86 करोड़
C. 6.26 करोड़
D. 7.66 करोड़
Ans:
51. झीलों की नगरी किस शहर को कहा जाता है ?
A. अजमेर
B. उदयपुर
C. राजसमन्द
D. जयपुर
Ans: B
52. पांचना बांध किस जिले में स्थित है ?
A. करौली
B. जयपुर
C. भरतपुर
D. बांसवारा
Ans: A
53. सेवन घास किस जिले में मुख्यता पाई जाती है ?
A. जैसलमेर
B. बाड़मेर
C. भरतपुर
D. बांसवाडा
Ans: A
54. ऊंट के बीमार होने पर किस लोक देवता की पूजा की जाती है ?
A. गोगाजी
B. तेजाजी
C. पाबूजी
D. केसरिया कुंवर
Ans: C
55. अंता पॉवर प्लांट किस प्रकार का है ?
A. गैस
B. कोयला
C. वाटर
D. आणविक
Ans: A
56. गोगुन्दा किस जिले में स्थित है?
A. बांसवाडा
B. उदयपुर
C. डूंगरपुर
D. सिरोही
Ans: B
57. लाषोडीया आन्दोलन किसने शुरू किया था ?
A. मावजी
B. गोविन्द गिरी
C. सुरमल दास
D. मोतीलाल तेजावत
Ans: C
58. ईसबगोल का मुख्य उत्पादक जिला कोन सा है ?
A. जालोर
B. उदयपुर
C. गंगानगर
D. भरतपुर
Ans: A
59. आनासागर कहाँ स्थित है ?
A. जयपुर
B. अजमेर
C. उदयपुर
D. जोधपुर

GRAMSEWK TAYARI G.K. RAJASTHAN

राजस्थान G.K.

१.फाइबर टू होम सेवा में सबसे पहले कहा पर शुरू की गई है ।
उतर: अजमेर
२.देश का पहला डाटा स्टेट सेंटर कहा पर खोला गया है ।
उतर: जयपुर
३.फर्स्ट लेडी प्रेसिडेंटउपन्यास किसने लिखा ।
उतर: इन्द्रदान रत्नू
४.दिसम्बर २०१० में किस राज्य की विशेष राज्य का दर्जा प्राप्त करने की मांग को केंद्र ने अस्वीकार कर दिया ।
उतर: राजस्थान
५.राजस्थान की पहली हाईटेक पंचायत बनी हाई ।
उतर: बुडानिया ग्राम पंचायत
६. यूजीसी की नेक टीम ने प्रदेश के किस कॉलेज को ए ग्रेड सर्टिफिकेट दिया हाई ।
उतर: श्री कल्याण कॉलेज,सीकर
७.विज आई किस संगठन द्वारा शुरू किया गया एक वेबपोर्टल है।
उतर : सीवीसी
८. निजी दूरसंचार कंपनी जो देश में ३ जी सेवा शुरू करने वाली पहली कंपनी है ।
उतर: टाटा डोकोमो
९. उतराखंड में किस पशु को राज्य का वन्य पशु घोषित किया है ।
उतर: कस्तूरी मृग
१०. विकिलीक्स का मुख्यालय कहा पर है ।
उतर : स्वीडन में
११. राजस्थान वित विभाग के वर्तमान में मुख्य सचिव कौन है ।
उतर: सीके मैथ्यू
१२. विधानसभा उपाध्यक्ष कौन है ।
उतर: रामनारायण मीणा
१३. डीआईएन का पूरा नाम क्या है ।
उतर: डोक्युमेंट आईडेटिफिकेशन नंबर
१४. मेवाड़ के राजचिह्न में अंकित हिया ।
उतर: राजपूत भील
१५. किस स्थान से राजस्थान में शंख लिपि के प्रमाण बहुतायत में मिले है ।
उतर : विराट नगर (जयपुर)
१६. किस सभ्यता में मछली पकड़ने के लिए कांटे का उपयोग किया जाता था ।
उतर : गणेश्वर सभ्यता
१७.बालाथल सभ्यता किस जिले में स्थित है ।
उतर : उदयपुर
१८. बडली स्तूप किस धर्म सेसम्बंधित है ।
उतर: जैन धर्म
१९. कौनसा मुग़ल इतिहासकार हल्दीघाटी के युद्ध में मौजूद था ।
उतर : बेन्दायुनी
२०. शासको के यशोगाथा साक्ष्य कहलाते है ।
उतर: प्रशस्ति पत्र
२१.मालवा के सुल्तान महमूद खिलजी और गुजरात के सुल्तान कुतुब्दीन से सम्बंधित संधि है ।
उतर:चांपानेर संधि
२२. दूसरा जवाहरलाल नेहरु जनता किसे कहती थी ।
उतर: प.जुगलकिशोर चतुर्वेदी
२३.धुरमेडी का सम्बन्ध किस लोकदेवता से है ।
उतर: गोगाजी
२४. गडगच्च देवालय कहा स्थित है ।
उतर : बारा
२५. झिलमिल दाहा कहा स्थित है ।
उतर : अलवर
२६.मवेशी के विक्रय के समय वसूली जाने वाली लंग को कहते है ।
उतर: सिंगोदी
२७.किस वृक्ष को आदिवासियों का हरा सोना कहा जाता है ।
उतर: बांस
२८.खंगारोतो की कुलदेवी है ।
उतर: ज्वालामाता
२९.चरणदास पंथ की प्रधान पीठ स्थित है ।
उतर: दिल्ली
३०.डांडिया नृत्य कहा का प्रसिद्ध है ।
उतर: मारवाड़
३१.फुसे खां का सम्बन्ध किस लोकगायन शैली से है --
उतर: लंगा
३२.जूनागढ़ प्रशसित के रचियता है ।
उतर: जइला
३३. वन्दे मातरम योजना का सम्बन्ध है ।
उतर: निशुल्क जाँच
३४.भुंगल है ।
उतर: वाध्य यंत्र
३५.निमाड़ी उप बोली राज्य के किस क्षेत्र में बोली जाती है ।
उतर: हाडौती
३६.वीर रसात्यक काव्य को कहते है ।
उतर : वेलि
३७.हय हय प्रदेश है ।
उतर: हाडौती
३८.लहरिया की धारियों का एक दुसरे को कटना कहलाता है
उतर : मोढडा
३९.आदित्य मिशन का सम्बन्ध है ।
उतर: सूर्य से
४०.योगेश्वर दत का सम्बन्ध किस खेल से है
उतर: कुश्त

राजस्थान के प्रमुख नगर एवं उनके संस्थापक RAJASTHAN KE NAGAR

राजस्थान के प्रमुख नगर एवं उनके संस्थापक 

नगर                                        संस्थापक(स्थापना वर्ष )
अजमेर                                     अजयपाल (अजयराज )(1113 ई.)
जोधपुर                                     राव जोधा (1459ई.)
बांसवाडा                                जगमालसिंह (1518 ई .)
कोटा माधोसिंह (1625 ई .)
भरतपुर राजा सूरजमल (1733 ई.)
टोंक अमीर खान पिण्डारी
झालावाड़ माधवसिंह
गंगानगर गंगासिंह
डूगरपुर महारावल डूंगरसिंह
जैसलमेर महाराव जैसलदेव (1155ई.)
बीकानेर राव बिका (1488ई.)
उदयपुर उदयसिंह (1459 ई.)
जयपुर सवाई जयसिंह (18नवम्बर 1727)
अलवर राव प्रताप सिंह (1755)
चितोड़गढ़ चित्रागद मोर्य
सीकर राजा सिवसिंह
धोलपुर रावलदेव

शुक्रवार, 15 अप्रैल 2016

satyug सतयुग

satyug सतयुग 


  • (सत्य युग से पुनर्निर्देशित) सत युग / सत्य युग चार प्रसिद्ध युगों में सत युग पहला है। 
  • इसे कृत युग भी कहते हैं।
  •  इसका आरंभ अक्षय तृतीया से हुआ था।
  •  इसका परिमाण 17,28,000 वर्ष है।
  •  इस युग में भगवान के मत्स्य , कूर्म, वराह और नृसिंह ये चार अवतार हुए थे।
  •  उस समय पुण्य ही पुण्य था, पाप का नाम भी न था।
  •  कुरुक्षेत्र मुख्य तीर्थ था। लोग अति दीर्घ आयु वाले होते थे।
  •  ज्ञान-ध्यान और तप का प्राधान्य था। 
  • बलि, मांधाता, पुरूरवा, धुन्धमारिक और कार्तवीर्य ये सत्य युग के चक्रवर्ती राजा थे।
  •  महाभारत के अनुसार कलि युग के बाद कल्कि अवतार द्वारा पुन: सत्य युग की स्थापना होगी।

मंगलवार, 12 अप्रैल 2016

धर्म में धक्का , पाप में पुण्य (सलमान शिकारी )

धर्म में धक्का , पाप में पुण्य
     (सलमान शिकारी )

एक बार सलमान नामक कोई  शिकारी पशु -पक्षियों को पकड़कर अपनी जीविका चलाता था .एक बार उसके बिछाये हुए जाल में कोई बाघ बंध गया था .शिकारी जब उसे देखकर भागने लगा तो उस बाघ ने कहा की यदि तुम मुझे इस जाल से मुक्त कर दोगे तो में तुम्हे नहीं मारूंगा .शिकारी ने उस बाघ को जाल से बाहर निकाल दिया वह बाघ थका हुआ था उसने कहा की में प्यासा हु नदी का जल लाकर मेरी प्यास शांत करो जल पिने के बाद पुन: बाघ ने कहा की में भूखा हु अब तुम्हे खाऊंगा शिकारी ने कहा की मैने तो तुम्हारे प्रति धर्म का आचरण किया है तुमने झूठ बोला था अब तुम मुझे खाना चाहते हो ?
बाघ ने कहा की "अरे मुर्ख! धर्म में धक्का , पाप में पुण्य होता ही है किसी से भी पूछ लो " सलमान शिकारी ने जब नदी के जल से पूछा तो उसने कहा कि -"ऐसा ही होता है लोग मुझे में  स्नान करते है वस्त्रो को धोते है और मल -मूत्र आदि को छोड़ कर चले जाते है . अत: धर्म में धक्का , पाप में पुण्य होता ही है " जब सलमान ने व्रक्ष से पूछा तो उसने भी कहा की मानव हमारे छाया में विश्राम करते है फलो को खाते है और फिर जहा कंही भी कुल्हाड़ीयो के प्रहार से हमें काट कर कष्ट देते है , अत: धर्म में धक्का , पाप में पुण्य होता ही है पास में ही बेर की झाड़ियो के पीछे छिपी हुई एक लोमड़ी उन दोनों की बातों को सुन रही थी वह अचानक सलमान के पास आकर बोली क्या बात है ? मुझे भी बताओ . शिकारी ने सारी बात लोमड़ी को  बतला दी .इसके बाद लोमड़ी ने शिकारी से कहा कि -ठीक है तुम जाल को फैलाओ . फिर वह बाघ से बोली - किस प्रकार से तुम इस जाल में बंध गये थे , यह में प्रत्यक्ष देखना चाहती हु . बाघ उस घटना को दिखलाने हेतु उस जाल में प्रवेश कर गया तथा लोमड़ी के कहने पर वह उछल - कूद करने लगा . लगातार कूदने से वह बाघ  थक गया  और जाल में बंध होने से बेसहारा होकर गिर पड़ा तथा अपने प्राणों की भिक्षा मागने लगा . तब लोमड़ी ने बाघ से कहा की तुमने सत्य ही कहा था की धर्म में धक्का पाप में पुण्य होता ही है . जाल  में फिर से बाघ को बंधा हुआ देखकर शिकारी प्रस्नन होता हुआ अपने घर लोट गया 

विश्व के प्रमुख देशों की संसद के नाम vishwa ke prmkukh desho

विश्व के प्रमुख देशों की संसद के नाम 

देश                                                                                     ससंद का नाम 
भारत                                                     संसद
स्पेन                                             कोर्ट्स
मिस्त्र                                      पीपुल्स असेम्बली
नेपाल राष्ट्रीय पंचायत
पाकिस्तान नेशनल असेम्बली
रूस ड्यूमा
बिर्टेन पार्लियामेंट
चीन नेशनल पीपुल्स कांगेस
जमर्नी बुड्सटेग
फ्रास नेशनल असेम्बली
संयुक्त राज्य अमेरिका कांग्रेस  
ईरान मजलिस
बाग्लादेश                                                 जातीय संसद
भूटान त्सोगंडू
ताइवान                                                   युवान
इस्त्राइल   नेसेट
अफगानिस्तान शोरा
जापान डायट
स्विटजरलैंड फेडरल असेम्बली
मालदीव मजलिस
तुर्की ग्रैड नेशनल असेम्बली
आस्ट्रेलिया पार्लियामेंट
कनाडा पार्लियामेंट

रविवार, 10 अप्रैल 2016

भारतीय इतिहास का कालक्रम 1 bhartiya itihas ka kalkarm




 इतिहास की  महत्वपूर्ण तिथिया 


 7000 ई.पू. राजस्थान (साम्भर) में बोने पौधे के प्रथम साक्ष्य।  
  6000 ई.पू.    -मेहरगढ़ (सिंध-बलूचिस्तान सीमा), बुर्ज़होम (कश्मीर) में भारत के प्राचीनतम आवास, कृषि तथा पशुपालन के अवशेष।
  5000–4000 ई.पू.   बागोर (भीलवाड़ा) तथा आदमगढ़ (होशंगाबाद) के निकट आखेटकों द्वारा भेड़-बकरी पालन के प्रथम अवशेष।  
   4000–3000 ई.पू.  खेतिहारों-पशुपालकों की स्थानीय सभ्यताएँ।
 2500 ई.पू.  सिंधु घाटी में पूर्व-हड़प्पा सभ्यता के नगरों का विकास, अस्थि एवं प्रस्तर उपकरण तथा मनकों के आभूषण के अवशेष। 
 2500–1750 ई.पू. रेडिया-कार्बन तिथि-निर्धारण के आधार पर हड़प्पा सभ्यता का काल-विस्तार। 
 2250–2000 ई.पू. हड़प्पा सभ्यता का पूर्ण-विकसित दौर, विघटन तथा स्थानीय सभ्यताओं का उदय।
 1500 ई.पू. भारत में आर्यों का आगमन, ऋग्वेद की रचना, वैदिक काल (1500-1000) प्रारम्भ, गंगा के मैदान में आर्योत्तर ताम्र सभ्यता।
 1000 ई.पू. आर्यों का (गंगा मैदान) विस्तार, उत्तर वैदिक काल प्रारम्भ, 'ब्राह्मण ग्रन्थों' की रचना, वर्ण व्यवस्था का बीजारोपण, लौह धातु का प्रयोग प्रारम्भ। 
 950 ई.पू. महाभारत का युद्ध। 
 800 ई.पू. महर्षि व्यास के द्वारा महाभारत महाकाव्य की रचना, आर्यों का दक्षिण-पूर्व (बंगाल) की ओर विस्तार, रामायण का प्रथम वृत्तान्त। 
 600–550 ई.पू. उपनिषदों की रचना, आर्यों का विदर्भ तथा गोदावरी तक दक्षिण-विस्तार। सोलह महाजनपदों की स्थापना, आर्य सभ्यता में कर्मकाण्डीय अनुष्ठान प्रतिष्ठित।
  563–483 ई.पू. बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध का जीवन काल, जन्म-लुम्बिनी, मृत्यु-कुशीनगर। 
 599–257 ई.पू. जैन धर्म के पुनर्प्रतिष्ठापक वर्धमान महावीर का काल (जन्म-कुन्डग्राम, वैशाली), मृत्यु-पावापुरी, कुशीनगर। 
 544–492 ई.पू. गौतम बुद्ध के समकालिक बिम्बिसार (हर्यक वंश) का राज्यकाल, मगध राज्य की श्रेष्ठता।  

517–509 ई.पू. हखमनी वंश (ईरान) के सम्राट डेरियस प्रथम के साथ प्रथम विदेशी आक्रमण, आर्यों की पराजय, यूनानी नौ-सेनापति स्काइलैक्स द्वारा सिन्धु नदी पर गवेषण अभियान।  
492–460 ई.पू. बिम्बिसार के पुत्र अजातशत्रु का राज्यकाल।  
412–344 ई.पू. शिशुनाग वंश का शासनकाल, अवन्ति के प्रद्यौत वंश का मगध साम्राज्य में विलय। 
400 ई.पू. सम्पूर्ण दक्षिण भारत में आर्यों का प्रभुत्व, सम्भवतः श्रीलंका तक विस्तार। (दक्षिण भारत) 
344 ई.पू. महापद्मनन्द द्वारा मगध में नंदवंश की स्थापना।  
326 ई.पू. नंद वंशी राजा घनानंद की सैन्य शक्ति से प्रभावित होकर सिकन्दर के सैनिकों का वापस लौटने का इरादा, वापसी मार्ग में बेबीलोन में सिकन्दर की मृत्यु। 
 322 ई.पू. चंद्रगुप्त मौर्य द्वारा (कौटिल्य की मदद से) नंद शासक घनानंद को पराजित कर मौर्य वंश की स्थापना। 315 ई.पू. इण्डिका के लेखक तथा सेल्युकस (यूनानी शासक) के दूत मेगस्थनीज़ का भारत में आगमन। 
 298–273 ई.पू. चन्द्रगुप्त मौर्य के पुत्र बिन्दुसार का राज्य काल। 
 273–232 ई.पू. अशोक का शासनकाल, मौर्यवंश का स्वर्णयुग, अशोक द्वारा कलिंग की विजय (262-61)। 
 185 ई.पू. अन्तिम मौर्य शासक बृहद्रथ की हत्या कर मौर्य सेनापति पुष्यमित्र शुंग द्वारा शुंग वंश की स्थापना। 
 190–171 ई.पू. यवन शासक डेमेट्रियस का राज्यकाल। 
 165 ई.पू. कलिंग शासक खारवेल द्वारा 'त्रमिरदेश संघटम' (पाण्ड्य, चोल) राज्य पर विजय। 
 155–130 ई.पू. सबसे प्रसिद्ध यवन शासक 'मिनान्डर' (मिलिन्द) का राज्यकाल। 
 145 ई.पू. चोल राजा एलारा की श्रीलंका के शासक असेल पर विजय तथा लगभग 50 वर्षों तक शासन। 
 128 ई.पू. यूची आक्रमण के भय से शक क़बीलों का भारत में पंजाब से प्रवेश। 
 71 ई.पू. शुंग वंश के अन्तिम सम्राट देवभूति की हत्या, वसुदेव के द्वारा कण्व वंश की स्थापना। 
 60 ई.पू. आन्ध्र में सिमुक द्वारा सातवाहन वंश की स्थापना। 
 58 ई.पू. उज्जैन के शासक विक्रमादित्य द्वारा विक्रम संवत का प्रारम्भ। 
 50 ई.पू. दक्षिण भारत (दक्कन) में सातवाहन वंश शुरू। 
 22 ई.पू. रोम के शासक आगस्टस के दरबार में पाण्ड्य राजदूत पहुँचा, चोल, पाण्ड्यों का रोम में व्यापारिक सम्बन्ध। 
 14–13 ई. शक (हिन्द-पार्थियन) शासक गोंडोफ़ॅरस का शासन, ईसाई धर्म प्रचार हेतु रोमन संत सेंट टामस का भारत में आगमन। 
 15 ई. कुषाणों (यूची का तोचारियन) का भारत में प्रवेश। 
 64 ई. उत्तर-पश्चिमी भारत में शक विम कडफ़ाइसिस का राज्य। 
 78 ई. कुषाण वंश के महानतम शासक कनिष्क का राज्यारोहण, उसके द्वारा शक संवत का प्रारम्भ। 
 78–101 ई. कनिष्क का शासनकाल, चौथी बौद्ध संगीति का (कश्मीर में) आयोजन। 
 100 ई. अश्वघोष द्वारा 'सौन्दरानन्द' तथा 'बुद्धचरित' एवं 'कुमारलाट' के द्वारा 'कल्पमंदितिका' की रचना। 
 100–200 ई. संगम युग, करिकाल का शासन (त्रिचनापल्ली के निकट कावेरी नदी पर सिंचाई बाँध का निर्माण)। (दक्षिण भारत) 
 109–132 ई. महानतम सातवाहन शासक गौतमीपुत्र सातकर्णि द्वारा राज्य विस्तार। 
 150 ई. बघेलखण्ड, वाराणसी तथा आगे चलकर मथुरा तक के क्षेत्र में भारशिव नागाओं की विभिन्न शाखाओं का राज्य। 
 200–250 ई. सातवाहनों का पतन, महाराष्ट्र में आभीर, उत्तरी कनारा तथा मैसूर ज़िलों में कुन्तल और कटु, आन्ध्र में इक्ष्वाकु तथा विदर्भ में वाकाटकों की सत्ता स्थापित। 
 300–888 ई. कांची में पल्लवों का शासनकाल। (दक्षिण भारत) 
 225 ई. विंध्यशक्ति द्वारा वाकाटक शासन की स्थापना, अगले 272 वर्षों तक इस वंश का शासन। 
 250 ई. नासिक में आभीरों द्वारा त्रैकुटकर वंश की स्थापना, अगले 250 वर्षों तक इस वंश का शान। 
 320–335 ई. चन्द्रगुप्त प्रथम ने गुप्त वंश को स्थापित किया। 

लोकप्रिय उपनाम lokpriya upnaam

लोकप्रिय उपनाम 


उपनाम                                                       नाम 
  युग पुरुष /राष्ट्रपिता                    महात्मा गाँधी 
बिहारी केसरी                                डॉ श्रीकृष्ण सिंह 
मिस्टर क्लीन                              राजीव गाँधी 
बादशाह खान/सीमांत गाँधी        खान अब्दुल गप्फार खान 
नेताजी                                        सुभाष चन्द्र बोस 
महामना                                    मदनमोहन मालवीय 
गुरुदेव                                      रवीन्द्रनाथ टैगोर 
गुरूजी                                     एम.एस.गोलवलकर 
जननायक                                कर्पूरी ठाकुर 
लोकनायक /जे.पी.                जयप्रकाश नारायण 
पंजाब केसरी                          लाला लाजपत राय 
बंगबंधु                                   शेख मुजीबुर्रहमान 
लोकमान्य                            बाल गंगाधर तिलक 
स्वर कोकिला                       लता मंगेशकर 
बिहार विभूति /बड़े साहब      डॉ अनुग्रह नारायण सिंह 
बाबूजी                                   जगजीवन राम 
चाचा                                   जवाहरलाल नेहरु 
निर्मल ह्रदय                      मदर टेरेसा 
लौह पुरुष                         सरदार वल्लभ भाई पटेल 
शास्त्रीजी                        लालबहादुर शास्त्री 
अन्ना                             सी.एन.अन्ना दुराई 
नाईटीगेल आफ इंडिया    सरोजिनी नायडू 
लेडी विद द लैम्प            फ्लोरेंस नाईटिंगेल 
मैंन आफ ब्लड एंड आयरन       बिस्मार्क 
मैंन आफ डेसिटनी                नेपोलियन 
लिटिल मास्टर                       सुनील मनोहर गावस्कर 
दीन बंधु                           चितरंजनदास
देशबंधु                            सी.एफ.एंड्रूज 
शेरे कश्मीर                   शेख अब्दुला 
वयोवर्द्ध पुरुष                 दादाभाई नैरोजी 
देशरत्न                          डॉ राजेंद्र प्रसाद 
भारत का बिस्मार्क                सरदार वल्लभभाई पटेल 
राजाजी                                 चक्रवर्ती राजगोपालाचारी 
फ्यूहरर                                   हिटलर 
होकी का जादूगर                ध्यानचंद 
उडन परी                              पी.टी.उषा 

शनिवार, 9 अप्रैल 2016

विश्व में प्रथम

विश्व में प्रथम 

  1. अन्तरिक्ष में सर्वाधिक समय तक रहने वाली अंतरीक्ष यात्री -सुनीता विलिम्यस 
  2. अन्तरिक्ष में जाने वाली प्रथम पर्यटक -अनुशेह  अंसारी 
  3. संयुक्त राष्ट्र संघ महासभा की पहेली महिला सभापति -श्रीमती विजयलक्ष्मी पंडित 
  4. अमेरिका का प्रथम राष्ट्रपति -जार्ज वाशिंगटन 
  5. ग्रेट ब्रिटेन का प्रथम प्रधानमंत्री -राबर्ट वालपोल 
  6. पाकिस्तान का प्रथम गवर्नर जनरल -मोहम्मद अली जिना 
  7. विश्व में बनने वाली प्रथम महिला प्रधानमंत्री -श्रीमती सिरिमावो भंडारनायके 
  8. विश्व की प्रथम महिला राष्ट्रपति -इसाबेल पैरों (अर्जेन्टीना )
  9. अंतरीक्ष में प्रेक्षपित प्रथम क्रत्रिम उपग्रह -स्पुतनिक -I 
  10. चन्द्रमा पर उतरने वाला प्रथम व्यक्ति -नील आर्मस्ट्रांग 
  11. अन्तरिक्ष में पहुंचने वाला प्रथम व्यक्ति -युरी गागरिन 
  12. अंतरीक्ष में पहुंचने वाला प्रथम भारतीय -राकेश शर्मा 
  13. अंतरीक्ष में पहुंचने वाली प्रथम महिला -वेलेन्तिना तेरेशकोवा 
  14. अंतरीक्ष में विचरण करने वाला प्रथम व्यक्ति -एलेक्सी लियोनोव

भारत में प्रथम


भारत में प्रथम 

  1. भारत का प्रथम ब्रिटीश गवर्नर जनरल -लॉर्ड विलियम बैटिक                 
  2.  भारत के अंतिम ब्रिटिश गवर्नर जनरल तथा प्रथम वायसराय -लॉर्ड केनिग़ 
  3. भारत   का अंतिम ब्रिटिश  वायसराय-लॉर्ड माउंटबेटन 
  4. मुगल साम्राज्य का अंतिम बादशाह -बहादुरशाह जफ़र 
  5. प्रशासन पर विशेष  धयान  देने वाला प्रथम मुस्लिम बादशाह -शेरशाह सूरी 
  6. स्वतंत्र भारत का प्रथम गवर्नर जनरल - लार्ड माउंटबेटन
  7. वायसराय की एक्जीक्यूटिव कौसिल का प्रथम भारतीय सदस्य -ए .पी .सिन्हा 
  8. प्रथम भारतीय एफ .आर .एस . -ए.  कर्सेटीज   
  9. ई .सी .एस .में सफल होने वाला प्रथम भारतीय -सत्येन्द्रनाथ टैगोर 
  10. प्रथम भारतीय गवर्नर जनरल (अंतिम भी )-सी.राजगोपालाचारी 
  11. भारतीय गणराज्य के प्रथम राष्ट्रपति -डॉ  राजेंद्र प्रसाद 
  12. स्वतंत्र भारतं  के प्रथम  प्रधानमंत्री -जवाहरलाल नेहरु   
  13. प्रधम महिला  प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गांधी 
  14. प्रधम महिला  राष्ट्रपति-श्रीमती प्रतिमा पाटिल 
  15. नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाला प्रथम भारतीय -रविन्द्रनाथ टैगोर   
  16. भारतीय गणराज्य के प्रथम मुस्लिम राष्ट्रपति - डॉ जाकिर हुशैन 
  17. इंडियन नेशनल कांग्रेस का प्रथम सभापति - व्योमेश चन्द्र बनर्जी 
  18. सं .रा.सं . महासभा की प्रथम महिला सभापति -श्रीमती विजयलक्ष्मी पंडित 
  19. इंडियन नेशनल कांग्रेस का प्रथम महिला  सभापति-श्रीमती एनीबेसेण्ट 
  20. भारतीय राज्य की प्रथम महिला मुख्यमंत्री -श्रीमती सुचेता र्क्प्लानी (u.p.)
  21. भारतीय राज्य की प्रथम महिला राज्यपाल -श्रीमती सरोजनी नायडू 
  22. केन्द्रीय मंत्रीमंडल की प्रथम महिला मंत्री -राजकुमरी अम्रत कोर 
  23. भारतीय विधानसभा की प्रथम महिला स्पीकर -श्रीमती शन्नोदेवी 
  24. भारत की प्रथम महिला राजदूत -सी .बी.मुथ्मा 
  25. सर्वोच्च न्यायालय के प्रथम दलित मुख्य न्यायाधीश -के.जी.बालक्रष्ण 
  26. सर्वोच्च न्यायालय कमें  प्रथम महिला  मुख्य न्यायाधीश -मीर फातिमा बीबी 
  27. उच्च न्यायालय में प्रथम महिला मुख्य न्यायाधीश -लीला सेठ (हिमाचल उच्च न्यायालय )
  28. भारत का पहला दलित राष्ट्रपति -के.आर.नारायण 
  29. भारतीय लोकसभा का प्रथम दलित स्पीकर -जी.एम.सी.बालयोगी 
  30. स्वतंत्र भारत का प्रथम भारतीय कमांडर इन चीफ -जनरल के.एम.करिअप्पा 
  31. परमवीर चक्र जितने वाला प्रथम वायु सेना अधिकारी -निर्मलजीत सिंह सेखो (मरणोपरांत )
  32. भारत का प्रथम फील्ड मार्शल -एस.एच.एफ.जे.मानकेशा
  33. भारतीय जल सेना का प्रथम भारतीय नौसेनाध्यक्ष-वाइस एडमिरल आर.डी.कटारी 
  34. अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में न्यायाधीश एवं उसका अध्यक्ष बनने वाला प्रथम भारतीय -डॉ नगेन्द्र सिंह 
  35. अंतरीक्ष में जाने वाला प्रथम भारतीय -राकेश शर्मा 
  36. एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचने वाली प्रथम भारतीय महिला -बछेंद्री पाल 
  37. बिना ओक्सीजन के एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचने वाला भारतीय -शेरप्पा अंग दोरजी 
  38. एवरेस्ट की चोटी पर दो बार पहुंचने वाली प्रथम भारतीय महिला -संतोष यादव 
  39. एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचने वाली सबसे कम उम्र की महिला -डिक्की डोलमा 
  40. मिस वर्ल्ड बनने वाली प्रथम भारतीय महिला -रीता फारिया 
  41. मिस यूनिवर्स बनने वाली प्रथम भारतीय महिला -सुष्मिता सेन 
  42. टेस्ट क्रिकेट में 10000 रन बनाने वाला पहला खिलाडी -सुनील गावस्कर 
  43. एक दिवसीय क्रिकेट में 10000से अधिक रन बनाने वाला प्रथम भारतीय खिलाडी -सचिन तेदुलकर 
  44. टेस्ट क्रिकेट में एकमात्र तिहरा शतक लगाने वाला भारतीय -विरेन्द्र सहवाग 
  45. प्रथम महिला विदेश मंत्री -सुषमा स्वराज


गुरुवार, 7 अप्रैल 2016

राजस्थान में प्रथम rajasthan me first

राजस्थान में प्रथम  


  1.  प्रथम मुख्यमन्त्री -श्री हीरालाल शास्त्री |
  2. प्रथम निर्वाचित मुख्यमन्त्री -श्री टीकाराम पालीवाल |
  3. प्रथम राज्यपाल -श्री गुरुमुख निहाल सिंह |
  4. प्रथम महिला राज्यपाल -श्रीमती प्रतिभा पाटिल |
  5. प्रथम महिला विधानसभा अध्यक्ष -श्रीमती सुमित्रा सिंह |
  6. प्रथम महिला मुख्यमंत्री -श्रीमती वसुंधरा राजे |
  7. प्रथम महिला मंत्री -श्रीमती कमला बेनीवाल |
  8. प्रथम विधानसभा उपाध्यक्ष -श्री लालसिंह शक्तावत |
  9. प्रथम मुख्य न्यायाधीश -श्री कमलकांत वर्मा |
  10. प्रथम सौर ऊर्जा द्वारा विधुतीकृत गाँव -नयागांव |
  11. प्रथम सहकारी समिति -भिनाय , अजमेर (स्था .1905 ई .)|
  12. देश में पंचायती राज शुरू करने वाला प्रथम जिला -नागौर (1959 ई .)|
  13. देश का प्रथम ग्रामीण विश्वविद्यालय -गांधी विधा मंदिर , सरदार शहर (स्था .1955)|
  14. प्रथम समाचार पत्र -सर्वहित ,बूंदी (स्था.1890 ई )|
  15. प्रथम सुपर ताप विधुत गृह -सुरतगढ़ (गंगानगर )|
  16. प्रथम मानवाधिकार आयोग का अध्यक्ष -कांता भटनागर |
  17. प्रथम विश्वविद्यालय -राजस्थान विश्वविद्यालय , जयपुर |
  18. प्रथम राजस्थानी फिल्म -नजरानो (1942 ई )|
  19. प्रथम महिला फलाइग़ आफिसर -निवेदिता |
  20. प्रथम महिला पायलट -नम्रता भट|
  21. प्रथम खुला विश्वविद्यालय -कोटा |
  22. प्रथम स्टॉक एक्सचेंज -जयपुर (1989)
  23. भारत /राजस्थान में 3G मोबाइल सेवा आरम्भ करने वाला प्रथम शहर -जयपुर |
  24. प्रथम महिला मुख्य सचिव -कुशल सिंह |
  25. राज्य का एकमात्र परमाणु विधुतग्रह -रावतभाटा (चितौड़ )|
  26. राज्य का पहला राष्ट्रीय उधान एवं पहली बाघ परियोजना -रणथम्भौर (सवाईमाधोपुर )|
  27. राज्य सभा में मनोनीत होने वाले प्रथम राजस्थानी -नारायण सिंह माणकलाव |
  28. प्रथम राजप्रमुख -सवाई मानसिंह (जयपुर)|
  29. प्रथम महाराजा प्रमुख -महाराणा भूपाल सिंह (उदयपुर )|
  30. प्रथम परमवीर चक्र विजेता -हवलदार मेजर पीरु सिंह (1948)|
  31. प्रथम रैमन मैग्सेस पुरस्कार विजेता -पी .के .सेठी (जयपुर फुट के निर्माता )|
  32. पहला हेरिटेज होटल -अजित भवन (जोधपुर )|
  33. विशव का एकमात्र व्रक्षमेला -खेजडली (जोधपुर )|
  34. पहला शिल्पग्राम -हवालाग्राम (उदयपुर )|
  35. पहला साइबरकैफ़े-कालाडेरा (जयपुर )|
  36. राज्य में इंटरनेट से जुड़ने वाली पहली ग्राम पंचायत -नायला (जयपुर )|
  37. राज्य की प्रथम महिला विधायक -यशोदा देवी |

          राजकीय प्रतीक  


  •  राजकीय व्रक्ष -खेजड़ी 
  • राजकीय पुष्प -रोहिडा |
  • राजकीय पशु -चिकारा |
  • राजकीय पक्षी -गोडावन |
  • राजभाषा - हिंदी व राजस्थानी |
  • राज्य का स्थापना दिवस - 30 मार्च |
  • राज्य का प्रमुख खेल -बास्केटबाल |
  • राज्य का प्रमुख न्रत्य -घुमर |